उत्तर पूर्व के राज्य सिक्किम की राजधानी गंगटोक में मंगलवार को हिमस्खलन हुआ है, इसमें 6 टूरिस्ट की मौत हो गई जबकि 150 लोगों के अभी भी बर्फ में फंसे होने की खबर है। मरने वालों में चार पुरुष, एक महिला और एक बच्चा शामिल है। यह घटना दोपहर करीब 12 बजे बाद गंगटोक को नाथु ला दर्रे से जोड़ने वाले जवाहरलाल नेहरू मार्ग की बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार हादसे वाले इलाके में 13वें माइलस्टोन तक जाने का ही पास जारी किया जाता है, इसके आगे जाने की परमिशन नहीं होती। बताया जा रहा है कि सैलानी जवाहरलाल नेहरू मार्ग पर 14वें माइलस्टोन तक चले गए और यहीं पर हादसा हो गया। हादसे की सूचना पर बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर 22 लोगों को बचाया, इनमें से 6 को गहरी घाटी से निकाला गया। बताया जा रहा है कि अभी भी करीब 150 लोगों के अभी भी बर्फ में फंसे होने की खबर है, जिनका रेस्क्यू किया जा रहा है।
आपको बता दें कि बर्फ या पत्थर के पहाड़ की ढलान से तेजी से नीचे गिरने को हिमस्खलन या एवलांच कहते हैं। इस दौरान, बर्फ, चट्टान, मिट्टी और अन्य चीजें किसी पहाड़ से नीचे की ओर तेजी से फिसलती हैं। हिमस्खलन आमतौर पर तब शुरू होता है जब किसी पहाड़ की ढलान पर मौजूद बर्फ या पत्थर जैसी चीजें उसके आसपास से ढीली हो जाती हैं। इसके बाद ये तेजी से ढलान के नीचे मौजूद अन्य चीजों को एकत्र कर नीचे खिसकने लगती हैं। चट्टानों या मिट्टी के स्खलन को ही भूस्खलन कहा जाता है।