राजस्थान आए योगी आदित्यनाथ बोले- आचार्य धर्मेंद्र ने 50 साल इस आंदोलन की अगुवाई की, जल्द पूरा होगा आचार्य का सपना
योगी आदित्यनाथ गुरुवार को आचार्य धर्मेन्द्र की चादरपोशी में शामिल होने राजस्थान आये. जयपुर जिले के कस्बे विराटनगर के पंच खंड हनुमान मंदिर (भीम डूंगरी) में हुए चादरपोशी में शामिल होने के लिए योगी आदित्यनाथ हेलिकोप्टर से पहुंचे. योगी ने करीब 15 मिनिट के लिए जनसभा को संबोधित भी किया
आचार्य धर्मेन्द्र को याद करते हुए योगी ने कहा की आचार्य धर्मेंद्र का तेज छत्रपति शिवाजी जैसा प्रचंड था। उन्होंने विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में राम मंदिर आंदोलन को तेजी दी, उन्होंने करीब पचास साल तक हिन्दू समाज को नेतृत्व दिया। जब देश का विभाजन हुआ तो संतों की ओर से किए गए विरोध में इस पीठ की बड़ी भूमिका रही।
योगी ने जानकारी दी की पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राम मंदिर का करीब पचास फीसदी काम पूरा हो चुका है।
अपने तय कार्यक्रम के अनुसार सीएम योगी आदित्यनाथ और सांसद बाबा बालक नाथ हेलिकॉप्टर से सुबह 10.40 बजे जयपुर स्थित विराटनगर के पंच खंड हनुमान मंदिर के पास मौजूद भीम डूंगरी के पास उतरे। यहां से वे पंच खंड हनुमान मंदिर पहुंचे।
कौन थे आचार्य धर्मेंद्र
महात्मा रामचन्द्र वीर महाराज के पुत्र आचार्य धर्मेंद्र का जन्म 9 जनवरी 1942 को गुजरात के मालवाड़ा में हुआक्ष. वे विहिप के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल में रहे हैं।
- 13 साल की उम्र में इन्होने वज्रांग नाम से एक समाचार-पत्र निकाला था। बाबरी विध्वंस मामले में अन्य आरोपियों के साथ आचार्य धर्मेंद्र को भी आरोपी माना था।
- राम जन्म भूमि के ताले खुलवाने के लिए 1984 को निकली राम जानकी रथ यात्रा में इन्होने अहम भूमिका निभाई।
- 1996 में गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन में सक्रिय रहे। इस दौरान आचार्य धर्मेन्द्र ने 52 दिन तक संसद के बाहर अनशन किया।
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