उदयपुर राजनीति

विश्वराज सिंह मेवाड़ का रक्त से राजतिलक की रस्म हुई, चित्तौड़गढ़ किले में 21 तोपों की सलामी दी

उदयपुर। उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य और पूर्व सांसद महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद अब उनके बड़े बेटे विश्वराज सिंह मेवाड़ को गद्दी पर बैठाने की परंपरा निभाई गई। मेवाड़ में प्रतीकात्मक रूप से यह रस्म निभाई जाती रही है। सोमवार को चित्तौड़गढ़ किले के फतह प्रकाश महल में दस्तूर कार्यक्रम के दौरान खून से राजतिलक की रस्म हुई। इस दौरान उन्हें 21 तोपों की सलामी भी दी गई। विश्वराज एकलिंगनाथजी के 77वें दीवान होंगे।

मेवाड़ राजवंश के 77वें महाराणा के लिए पूरे रास्ते में फूल बिछाए गए। विभिन्न राजघरानों से आए लोगों ने उन्हें शुभकामनाएं दी। विश्वराज वर्तमान में नाथद्वारा से विधायक भी हैं।उधर, उदयपुर के सिटी पैलेस धूणी दर्शन और एकलिंग जी दर्शन को लेकर विवाद बढ़ गया है। दूसरे पक्ष अरविंद सिंह मेवाड़ ने दो विधिक नोटिस जारी कर बिना अनुमति पैलेस में और एकलिंगजी मंदिर में प्रवेश पर रोक लगा दी है।

 

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