राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भगवान गणेश का मुझे आशीर्वाद मिला हुआ है, ये मेरा सौभाग्य है। चाहे राजनीति की बात हो या किसी अन्य प्रोफेशन की, भगवान के प्रति आस्था के बिना कुछ भी नहीं होता, ये सभी को मान लेना चाहिए। आपको बता दें सीएम गहलोत ने सोमवार को मीडिया से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में भाजपा में वसुंधरा राजे के साथ अन्याय होने की बात कही थी। वसुंधरा राजे ने इस बयान पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन उनके इस बयान को इसी संदर्भ के रूप में देखा जा रहा है।
सीएम अशोक गहलोत ने कहा था कि एक पूर्व मुख्यमंत्री के साथ में ऐसा व्यवहार भी ठीक नहीं, जिसमें आप बातचीत भी नहीं करो, अपॉइंटमेंट नहीं दो। ऐसा तो कांग्रेस पार्टी में कभी नहीं हुआ। हम भी पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं, हमें तो पूरा सम्मान मिला। हमें पूर्व मुख्यमंत्री होते हुए भी गुजरात का इंचार्ज बनाया गया, एआईसीसी का महामंत्री बनाया गया, एआईसीसी का संगठन महामंत्री बनाया गया, तो क्या पद से हटने के बाद में आप इस प्रकार से व्यवहार करोगे तो फिर वो क्या करेंगी? वो भी कुछ करेंगी। भाजपा ने जो राजे की स्थिति बनाई है उससे उनका फर्ज बनता है कि वो कुछ बातें ऐसी बोलें जिससे वे वापस चर्चा में आ सकें। ये स्वाभाविक भी है, मैं उनका बुरा नहीं मानता, क्योंकि जो भाजपा उनके साथ अन्याय कर रही है वो सभी के सामने है।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे राजधानी जयपुर स्थित मोती डूंगरी गणेश मंदिर पहुंची, जहां उन्होंने पुष्य नक्षत्र के अवसर पर भगवान गणेश के विशेष अभिषेक महोत्सव में शामिल होकर दर्शन किए और विधि-विधान से पूजा की। इस दौरान वसुंधरा राजे ने महंत कैलाश शर्मा से आशीर्वाद भी लिया। उल्लेखनीय है कि पूर्व सीएम राजे की देव दर्शन यात्रा काफी सुर्खियों में रही है। राजे ने बीकानेर की जनसभा में गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला था।