राजस्थान में 13 नवंबर को 7 सीटों के लिए उपचुनाव के लिए मतदान था। वोटिंग के दौरान टोंक जिले की देवली उनियारा विधानसभा के गांव समरावता के मतदान केंद्र में माहौल बिगड़ गया। इस दौरान टोंक जिले की देवली उनियारा सीट के निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा ने मालपुरा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया। जिसके बाद विवाद काफी बढ़ गया। हालात बिगड़ने के बाद समरावता गांव में भारी पुलिस बल तैनाती कर दी गई। बताया गया कि लोगों ने वहां अपनी मांगों को लेकर मतदान का विरोध किया था और जिला कलेक्टर को मौके पर बुलाना चाहते थे। ऐसे में टोंक जिला कलेक्टर का नाम अभी सुर्खियों में हैं। आइए, जानते हैं कौन हैं टोंक की यंग जिला कलेक्टर सौम्या झा।
कौन हैं टोंक DM IAS सौम्या झा?
सौम्या झा टोंक की सबसे कम उम्र की कलेक्टर हैं। वह 2017 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। यूपीएससी सीएसई में उन्होंने 58वीं रैंक प्राप्त की थी। वह बिहार की रहने वाली हैं और शुरुआती पढ़ाई लिखाई बिहार से हुई है। उन्होंने दिल्ली के मौलाना मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया था। सौम्या झा ने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की थी।वर्तमान में सौम्या झा टोंक जिले के डीएम पद पर कार्यरत हैं।
यूपीएससी में हासिल की थी 58वीं रैंक
सौम्या झा 2019 में भरतपुर की असिस्टेंट कलेक्टर रह चुकी हैं। बिहार की रहने वाली सौम्या झा ने यूपीएससी की परीक्षा में 58वीं रैंक हासिल की थी। वह हिमाचल प्रदेश कैडर 2017 बैच की आईएएस हैं। लगभग चार साल पहले 2019 में उनका कैडर बदला गया था। इसके बाद वह राजस्थान पहुंच गईं।
आईएएस अक्षय गोदारा से शादी करने के लिए बदला था कैडर
बताया जाता है कि उन्होंने अपना कैडर आईएएस अक्षय गोदारा से शादी करने के लिए बदला था। सौम्या झा डॉक्टर से आईएएस बनी हैं। उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी में सफलता हासिल की थी। उनकी मां डॉक्टर हैं और रेलवे में कार्यरत हैं। जबकि पिता आईपीएस अधिकारी हैं।