राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से देश में तीसरी और राजस्थान में पहली बार आयोजित हो रहे तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेवा संगम की शुरुआत शुक्रवार को जयपुर में हुई। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने संगम के उद्धाटन पर कहा कि ‘हमारे समाज में कई ऐसी घूमंतू लोग हैं, जिन्होंने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी। वो झुके नहीं, स्वतंत्रता के लिए लड़ते रहे। वे कहीं न कहीं घूमते रहते हैं, उनके पास कोई वोटर आईडी, राशन कार्ड नहीं। मोहन भागवत ने कहा कि विदेशी शासकों ने उन्हें अपराधी घोषित कर दिया। संघ की उन पर नजर पड़ी तो वहां भी सेवा करना शुरू कर दिया।’
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि ‘संघ की स्थापना से ही स्वयंसेवक सेवा कर रहे हैं। सेवा की मानसिकता सब में होती है, बस उसे जगाना पड़ता है। हम प्रयास कर रहे हैं कि सेवा के जरिए आज ही समाज स्वस्थ्य हो जाए। भागवत ने कहा कि इससे पहले हमें स्वस्थ्य होना पड़ेगा। हमारे समाज में यदि कोई पीछे है तो यह हमारे लिए अच्छी बात नहीं है। सबको समान और अपने जैसा मानकर ही समाज को आगे बढ़ा सकते हैं। कमजोर लोगों को ताकत देनी है।
राष्ट्रीय सेवा संगम में बिजनेसमैन अजय पीरामल, सुभाष चंद्रा सहित अलग-अलग कारोबारी समूहों के लोग भी शामिल हुए। इस अवसर पर अजय पीरामल ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए खास है क्योंकि मैं आप सभी के बीच में हूं। स्वयंसेवकों ने नि:स्वार्थ भावना से देश के लिए जीवन दिया है। कोरोना के दौरान आरएसएस कार्यकर्ताओं ने काफी अच्छा काम किया था।
राष्ट्रीय सेवा संगम में संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले के साथ देशभर के 3 हजार से ज्यादा स्वैच्छिक संगठनों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। वहीं, 3 दिन तक चलने वाले इस सेवा संगम से पहले गुरुवार को सेवा संगम से जुड़े कामकाज की प्रदर्शनी का भी उद्घाटन हुआ।
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