कोरोना महामारी से निपटने के लिए भारत सरकार ने कमर कस ली है। केन्द्र सरकार ने पिछले तीन दिनों में तीन हाईलेवल मीटिंग कीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की। उन्होंने T3 यानी टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की रणनीति अपनाने पर जोर दिया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि, शक्रवार से एयरपोर्ट्स पर विदेश से आने वाले यात्रियों की रैंडम टेस्टिंग शुरू होगी। इसके अलावा अब चीन समेत पांच देशों के यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट को अनिवार्य किया जा रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया कहा है कि, चीन, जापान, कोरिया, होंगकोंग और थाईलैंड से आने वाली सभी फ्लाइट्स के यात्रियों का RT-PCR टेस्ट किया जाएगा। साथ ही थर्मल स्कैनिंग भी होगी। मनसुख मांडविया ने कहा कि, बाहर से देश में आने वाला कोई भी शख्स यदि कोरोना पॉजिटिव पाया गया तो उसे क्वारंटीन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि, हवाई सफर करने वाले सभी यात्री पूरी तरह से वैक्सीनेडेट होने चाहिए। सभी यात्री फ्लाइट्स में और एंट्री प्वाइंट्स पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। लोगों को मास्क पहनना होगा और साथ ही उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करनी होगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि किसी यात्री में कोरोनावायरस के लक्षण पाए जाने पर उसे स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल के तहत आइसोलेट किया जाएगा। फ्लाइट से उतरने के बाद भी उसे आइसोलेट किया जाएगा और ट्रीटमेंट दिया जाएगा। फ्लाइट से उतरते समय हर यात्री को फिजिकल डिस्टेंसिंग रखनी होगी। एयरपोर्ट के एंट्री फ्वाइंट पर सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। साथ ही अब RT-PCR टेस्ट जरूरी किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से अभी बताया गया कि, यदि थर्मल स्क्रीनिंग में किसी यात्री में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो उसे आइसोलेट कर इलाज के लिए भेजा जाएगा। इतना ही नहीं, देश के इंटरनेशल फ्लाइट्स के 2% यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग भी की जाएग।
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