राजस्थान के ओसियां से कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने एक बार फिर अशोक गहलोत कैंप के मंत्री शांति धारीवाल और महेश जोशी पर निशाना साधा है। दिव्या ने ट्वीट कर लिखा- कभी इंतजार कराने वाले सबसे पहले बधाई देने पहुंचे। आपको बता दें, मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जीतने पर धारीवाल और जोशी खड़गे को दिल्ली जाकर बधाई दी। इन दोनों मंत्रियों पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करने का आरोप लगा है। जोधपुर के ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा इशारों इशारों में सीएम गहलोत पर निशाना साधने के लिए सुर्खियों में है।
दिव्या मदरेणा ने ट्वीट कर तंज किया- “काबा किस मुंह से जाओगे ‘गालिब’, शर्म तुम को मगर नहीं आती। मतलबी दुनिया के रंग है। बेरंग करके लौटाने वाले रंगी फूलों का गुलदस्ता देते हुए। यह तो सर्वोच्च अवसरवाद की श्रेणी में आता है।”
कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने ट्वीट कर आगे लिखा- हाईकमान के खिलाफ साजिश वाले लोग सबसे पहले हैं जो कांग्रेस के नए अध्यक्ष को बधाई देने दिल्ली गए हैं। संयोग से श्री खड़गे विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने जयपुर भेजे गए पर्यवेक्षकों में एक थे जिन्होंने बाद में अनुशासन समिति को एक लिखित रिपोर्ट सौंपी और जिसके आधार पर नोटिस जारी हुए। समय का फेर है -मिलने तक नहीं आए खड़के जी के लाख बुलाने पर,विधायक दल की मीटिंग को बॉयकॉट कर समांतर मीटिंग की और यही मुख्य सचेतक और संसदीय कार्य मंत्री प्रतिनिधि बनकर आए तो खड़के जी के सामने शर्त रखी कि जो फ़ेसला होगा वह 19 oct के बाद होगा व हम सिर्फ सोनिया गांधी जी से मिलेंगे।
दिव्या ने ट्वीट कर लिखा- समय बड़ा बलवान, किए राजा रंक कई, निर्धन को धनवान। कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने 25 सितंबर की घटना को जोड़ते हुए लिखा- उस दिन खड़गे के बुलाने पर भी नहीं आए। विधायक दल की मीटिंग का बहिष्कार कर समानांतर मीटिंग की और अब बधाई देने के लिए सबसे पहले यही लोग दिल्ली गए। आपको बता दें कांग्रेस आलाकमान के पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन को बिना मीटिंग के ही जयपुर से दिल्ली लौटना पड़ा था। तब गहलोत समर्थक विधायकों ने एक लाइन का प्रस्ताव की आशंका के चलते विधायक दल की बैठक का बहिष्कार कर दिया था और ये सभी विधायक यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर एकत्र हुए थे।