राजस्थान के कोटा में रामनवमी के शोभायात्रा के दौरान करंट लगने से तीन की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार शोभायात्रा के दौरान एक चक्र बिजली के तारों में फंस गया। उसमें गांठ लग गई थी। पहले लड़की के सहारे उसे उतारने की कोशिश की गई, लेकिन बाद में सात लोग पिरामिड बनाकर चक्र को उतारने लगे। इस दौरान युवक का हाथ तार पर लग गया। सातों लोग करंट से झुलस गए। पिरामिड में नीचे मौजूद तीन लोगों की मौत हो गई।
घटना के बाद देर रात कलेक्टर ओपी बुनकर व ग्रामीण एसपी कावेंद्र सिंह सागर मौके पर पहुंचे। स्थानीय ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया और जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों ने मृतकों और घायलों के परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाने की भी मांग की है।
हादसे में बडौद निवासी महेंद्र यादव, अभिषेक नागर व ललित प्रजापति की मौत हो गई। तीनों अपने परिवार के इकलौते बेटे थे जबकि झुलसी हालात में हिमांशु , राधेश्याम , अमित और फलेंद्र को कोटा के एमबीएस अस्पताल में रैफर किया गया। इनमें हिमांशु ही पिरामिड में सबसे ऊपर था। तार उसी के हाथ पर लगा।
चिकित्सा विभाग के अनुसार करंट लगने से हिमांशु के एक हाथ में ज्यादा चोट लगी है। जिसे रात में ही ओटी में लिया गया। तीनों की हालत खतरे से बाहर है। वहीं, फलेंद्र सुलतानपुर के अस्पताल में भर्ती है, उसे ज्यादा चोट नहीं आई है।
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