राजस्थान के नागौर लोकसभा क्षेत्र से सांसद हनुमान बेनीवाल की गुरुवार दोपहर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से संसद में तीखी बहस हो गई। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि मंत्री ने बेनीवाल को बाहर जाने और देख लेने की बात की दी गई। इसके बाद इंडिया गठबंधन के नेताओं ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया, जो कुछ देर तक जारी रहा। बाद में बेनीवाल ने बाहर आकर मीडिया से बातचीत की और रेल मंत्री के व्यवहार की कड़ी निंदा की।
प्रधानमंत्री से मंत्री को बर्खास्त करने की मांग
बेनीवाल ने कहा, “मैं रेल मंत्री का ध्यान राजस्थान की कुछ मांगों की ओर आकर्षित करना चाहता था, लेकिन उन्होंने मेरे साथ बहुत गलत व्यवहार किया। उन्होंने मेरी ओर इशारा करते हुए कहा कि आप बाहर जाइए, आपको देख लूंगा। उनका व्यवहार सांसदों के प्रति ठीक नहीं था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब से रेल मंत्रालय अश्विनी वैष्णव के हाथ में आया है, देश में ट्रेन दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं। आज ट्रेन में सफर करने वाले यात्री सो नहीं पाते हैं। उन्हें हमेशा ट्रेन हादसे का डर बना रहता है। मैंने यही मुद्दा उठाया था, जो मेरा अधिकार है। लेकिन उन्होंने मेरे साथ गलत व्यवहार किया। इसलिए मैं प्रधानमंत्री से मांग करता हूं कि ऐसे मंत्री को बर्खास्त किया जाए।”
रेल मंत्री को ‘रील मंत्री’ कह रहे लोग
एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए बेनीवाल ने कैप्शन में लिखा, “पहले जब रेल की बात आती थी तो यात्रियों के मन में सुरक्षा और भरोसा आता था, लेकिन अब लगातार देश में रेल हादसे हो रहे हैं, और रेल मंत्री अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ रहे हैं। अब आम आदमी यह पूछने लगा है कि जिस टिकट पर ‘हैप्पी जर्नी’ रेलवे लिखता है, वह वास्तव में जनता की यात्रा को खुशहाल बनाना चाहता भी है या नहीं? ट्रेन में सुरक्षित सफर को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं। ट्रेन में यात्रा करने वाले लोग अपनी मंजिल तक सुरक्षित पहुंचेंगे या नहीं, कहीं ट्रेन हादसे का शिकार तो नहीं हो जाएगी? यह चिंता आमजन को सताने लगी है। क्योंकि यात्रियों के लिए सुरक्षा कवच का वीडियो बनाने वाले मौजूदा रेल मंत्री के कार्यकाल में हर महीने 2 पैसेंजर ट्रेन और 1 मालगाड़ी पटरी से उतर रही है। ट्रेनों के बढ़ते हादसों के बाद देश के लोगों में सिस्टम के खिलाफ रोष व्याप्त है और सोशल मीडिया पर रेल मंत्री को ‘रील मंत्री’ कहा जा रहा है।”
सदन में कैसे शुरू हुआ था विवाद?
यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब रेल मंत्री लोको पायलट को लेकर बनाई गई व्यवस्था और रेलवे में किए जा रहे सुधार के बारे में सदन को बता रहे थे। इस दौरान विपक्षी सांसद ने उन्हें ‘रील मंत्री’ कहकर ताना मारा। यह सुनते ही मंत्री वैष्णव भड़क गए और उन्होंने जवाब देते हुए कहा, “हम लोग केवल रील बनाने वाले नहीं हैं। हम मेहनत करने वाले लोग हैं, काम करने वाले लोग हैं। आपकी तरह केवल रील बनाकर दिखाने वाले लोग नहीं हैं। चुप बैठो एकदम।” इसके बाद सदन में हंगामा होने लगा तो रेल मंत्री ने स्पीकर ओम बिरला से कहा कि आप हाउस को ऑर्डर में लाइए। जिसके बाद स्पीकर ने मंत्री से कहा कि आप किसी भी व्यक्ति का रिस्पांस मत करो। इस समय रेल मंत्री का यह बयान और हनुमान बेनीवाल की प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जबकि कांग्रेस के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से रेल मंत्री के अयोध्या रेलवे स्टेशन पर दीवार में दरार वाले बयान को ट्रेन एक्सीडेंट से जोड़कर प्रस्तुत किया जा रहा है।
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