राजस्थान के भरतपुर में सूअरों की एक हरकत ने सियासी बवाल मचा दिया है। भरतपुर में इंदिरा रसोई कैंटीन के बाहर झूठे बर्तनों को सुअरों के चाटने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। बीजेपी ने इस घटना को घृणित और अपमानजनक करार दिया और मामले की जांच कराए जाने की मांग की है। VIRAL VIDEO में देखा जा सकता है कि सूअर जिन बर्तनों को चाट रहे हैं उन्हीं में लोगों को खाना परोसा जाता है।
भरतपुर में एमएसजे कॉलेज के सामने स्थित इंदिरा रसोई को राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना ‘इंदिरा रसोई योजना’ के अंतर्गत संचालित किया जाता है। जिस केंद्र के बाहर का यह वीडियो बताया जा रहा है उस केंद्र को मदर टेरेसा नाम की संस्था चला रही है। इंदिरा रसोई योजना के तहत लोगों को 8 रुपए में भरपेट शुद्ध भोजन प्रदान किया जाता है। इस योजना को ‘कोई भी भूखा न सोए’ संकल्प के तहत लाया गया था। सीएम अशोक गहलोत ने सभी सरकारी अधिकारियों से महीने में कम से कम एक बार इंदिरा रसोई कैंटीन में भोजन करने का आग्रह करते हुए कहा था कि ऐसा करने से लोगों से उनका जुड़ाव मजबूत होगा।
इधर, वीडियो वायरल होने के बाद भरतपुर नगर पालिका का कहना है कि कुछ अनियमितताएं पाई गईं हैं जिसके बाद संगठन का अनुबंध रद कर दिया गया है। इस मामले की जांच के लिए टीमों का गठन किया गया है। इंदिरा रसोई के लिए 100 करोड़ का बजट है, जिसमें भरतपुर में 25 इंदिरा रसोई कैंटीन संचालित हो रहे हैं।
दूसरी ओर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अपने ट्विटर अकाउंट पर घटना का वीडियो पोस्ट कर मामले की जांच कराए जाने की मांग की। पूनावाला ने कहा- यह न केवल अस्वच्छ और घृणित वरन अपमानजनक भी है। राजस्थान के भरतपुर से मीडिया संगठनों द्वारा डाला गया यह वीडियो गरीबों के लिए कांग्रेस की योजनाओं की असलियत को बताता है। इंदिरा रसोई केंद्रों में गरीबों की भावनाओं से मजाक हो रहा है। इस लापरवाही की जांच जरूरी है।