राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने गहलोत गुट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। पूर्व डिप्टी सीएम पायलट ने नाम लिए बिना कहा कि गहलोत समर्थकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई जरूरी है। सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग पर सीएम गहलोत ने माफी मांगी है। एआईसीसी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत जवाब भी मांगा है। कांग्रेस में नियम सभी के लिए बराबर है, शीघ्र निर्णय जरूरी है। हालांकि, सचिन पायलट ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ की तरफ ही माना जा रहा है। इन तीनों नेताओं को कारण बताओं नोटिस भी जारी किया जा चुका है। इन्होंने जवाब भी दे दिया है, लेकिन कांग्रेस आलाकमान फिलहाल असमंजस की स्थिति में है कि क्या कार्रवाई करें या फिर करें भी या नहीं।
पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी, लेकिन उसके पैररल एक बैठक हुई। मुझे लगता है कि इस मामले को जल्द ठीक करने के लिए कदम उठाने का वक्त आ गया है। पार्टी उस पर कार्रवाई करेगी। सचिन पायलट ने राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन की बात कर कहा कि किसको क्या देना है, इसका निर्णय अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी करती है। राजस्थान में चुनाव का समय बहुत कम बचा है। 13 महीने ही बचे हैं। जो कदम उठाने हैं, खासतौर पर सीएलपी की मीटिंग, उसका निर्णय भी बहुत जल्द एआईसीसी लेगी।
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने पीएम मोदी के मानगढ़ दौरे पर भी प्रतिक्रिया दी। पायलट ने कहा कि हमें उम्मीद थी पीएम नरेंद्र मोदी मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा देंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। मुझे लगता है कि शायद इसलिए कि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सरकार है। हम सब चाहते थे मानगढ़ राष्ट्रीय स्मारक घोषित हो, हमारी सरकार ने कई बार पीएम मोदी से आग्रह भी किया लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सचिन पायलट ने कहा कि पीएम मोदी ने ईआरसीपी पर भी दोबारा कुछ नहीं कहा। पहले जब पीएम आए थे, प्रदेश में चुनाव चल रहे थे, पीएम मोदी ने खुद कमेंट किया था कि ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करेंगे। वह भी नहीं किया, उसका हम सब को खेद है। मुझे उम्मीद थी कि इस बार कर देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
सचिन पायलट ने अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए पीएम नरेंद्र मोदी के द्वारा गहलोत की तारीफ पर भी तंज कैसा। पायलट ने कहा कि संसद में पीएम नरेंद्र मोदी ने गुलाम नबी आजाद की तारीफ की थी और उसके बाद क्या हुआ, यह सबको पता है। इसे लाइटली नहीं लेना चाहिए। पायलट के इस बयान से अनुमान लगाया जा रहा है कि उनका धैर्य अब जवाब दे रहा है। आगामी दिनों में राजस्थान कांग्रेस की लड़ाई और लम्बी जाने वाली है।