भारत निर्वाचन आयोग घरेलू प्रवासी वोटर्स के लिए रिमोट वोटिंग की सुविधा को शुरू करने जा रहा है। इसकी मदद से प्रवासी मतदाताओं को वोटिंग प्रक्रिया में भाग लेने के लिए अपने गृह राज्य आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मतदाता कहीं से भी वोटिंग प्रक्रिया में भाग ले सकेंगे यानी की वोट कर सकेंगे।
चुनाव आयोग इसके लिए रिमोट वोटिंग सिस्टम को शुरू करने वाला है। आयोग ने इसके लिए प्रोटोटाइप मल्टी-कंस्टीट्यूएंसी रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी RVM विकसित की है। इसके अन्तर्गत 16 जनवरी को निर्वाचन आयोग प्रोटोटाइप आरवीएम का डेमो सभी राजनीतिक दलों को लाइव देगा। चुनाव आयोग ने कानूनी, प्रशासनिक और तकनीकी चुनौतियों पर भी सभी राजनीतिक दलों से विचार मांगे हैं। बताया गया कि प्रोटोटाइप आरवीएम एक रिमोट पोलिंग बूथ से कई निर्वाचन क्षेत्रों को संभाल सकता है।
चुनाव आयोग ने कहा है कि इस रिमोट वोटिंग सिस्टम का असल मकसद वोटिंग परसेंटेज में सुधार और चुनाव में ज्यादा से ज्यादा भागीदारी को सुनिश्चित करना है। चुनाव आयोग ने कहा कि साल 2019 में हुए चुनावों में 67.4 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। वोटिंग प्रक्रिया में करीब तीस करोड़ मतदाताओं ने वोट नहीं डाला जिसको लेकर आयोग ने चिंता जाहिर की। आयोग ने कहा कि कई कारणों के चलते मतदाता अपने गृह राज्य को छोड़ नए स्थान पर जाते हैं। ऐसे में वे मतदान के अधिकार को इस्तेमाल नहीं कर पाते। इसलिए यह नवीन तकनीक विकसित की गई है ताकि लोग अपने गृह राज्य के बाहर से भी वोट डाल सके।