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चांदना के जन्मदिन पर पायलट की बधाई ने छेड़ा नया सियासी राग

महीने भर पहले पायलट पर भड़के थे चांदना, ट्विटर पर जताई थी नाराजगी

पुरानी कहावत है, राजनीति में ना कोई परमानेंट दोस्त होता है, ना कोई परमानेंट दुश्मन. लेकिन लगता है पायलेट और अशोक चाँदना के बीच का रिश्ता इस दोस्ती- दुश्मनी के जुदा, एक अलग ही लेवल पर चल रहा है. कभी चांदना के हर प्रदर्शन में खड़े रहने वाले सचिन के खिलाफ चांदना  खुलकर विरोध जताते नजर आते है, तो कभी उन्ही चांदना  के जन्मदिन पर पायलेट बधाई देते नजर आते है.

दरअसल खेलमंत्री अशोक चांदना का गुरुवार, यानि 13 अक्तूबर को जन्मदिन था. उनके जन्मदिन पर उनके समर्थको ने काफी आयोजन भी किये. लेकिन फिर भी, इन सब की बजाय उनके जन्मदिन की सबसे ज्यादा चर्चा की वजह वे खुद नहीं बल्कि सचिन पायलट का ट्वीट बने।

गुरुवार को अशोक चांदना का 39वां जन्मदिन था। सचिन पायलट ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। पायलट ने बड़े ही संजीदा अंदाज में उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। जिनका जवाब देते हुए चांदना ने भी बड़ी विनम्रता से बधाई स्वीकारी और आभार जताया.

लेकिन फिर क्या था। राजनीतिक गलियारों में पायलट का ट्वीट चर्चा का सबसे बड़ा विषय बन गया।

पायलट के ट्ववीट पर चर्चा इसलिए हुई क्योंकि 12 सितम्बर को पुष्कर में कर्नल किरोड़ी सिंह भैंसला के अस्तित विसर्जन कार्यक्रम में हुए हुडदंग के बाद नाराज अशोक चांदना ने बड़े मुखर अंदाज में पायलट को लेकर ट्वीट किया था।

 

दोनों के समर्थक फिर भीड़ पड़े

पायलेट हो या चंदना, दोनों ही जहाँ गिले शिकवे दूर करने में जुटे है. वहीँ उनके समर्थक एक दुसरे को नीचा दिखाने में जुटे हुए है. पायलेट के समर्थक इस ट्वीट के बाद जहाँ पायलेट को बड़ा दिलवाला साबित करने के जुटे हुए है. वहीँ चांदना के समर्थक दम भर रहे है की पायलेट को भी पता है की चांदना की नाराजगी सहन नही की जा सकती.

मनमुटाव कम हो रहे, पिछले दिनों खाचरियावास से मिले थे पायलट

चांदना के पुराने ट्वीट के बाद लगने लगा था की एक समाज से आने वाले दोनों युवा चेहरों के बीच सब कुछ ठीक नहीं है. वैसे चांदना के ट्वीट पर पायलट ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। ऐसे में  अब चांदना के जन्मदिन पर पायलट के इस ट्वीट के बाद यह रहा सहा मनमुटाव भी खत्म होता दिख रहा है। इसी तरह पिछले दिनों पायलट अपने पुराने समर्थक और ताजा विरोधी प्रताप सिंह खाचरियावास से मिलने भी उनके घर पहुंचे थे। जानकारों का कहना है की आगामी चुनाव से पहले पायलेट सभी नाराज नेताओ को अपने पक्ष में करने की तैयारियों में जुट गए है

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