उदयपुर। उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य और पूर्व सांसद महाराणा महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद अब उनके बेटे विश्वराज सिंह मेवाड़ के वंश परंपरा के अनुसार राजगद्दी पर बिराजने का दस्तूर कार्यक्रम तय हो गया है। यह कार्यक्रम चित्तौड़गढ़ में होगा। चित्तौडगढ़ दुर्ग के फतह प्रकाश महल में 25 नवंबर की सुबह 10 बजे होगा। दैनिक भास्कर के अनुसार, कार्यक्रम में देशभर के पूर्व राजघरानों के सदस्य, रिश्तेदार, गणमान्य नागरिकों के अलावा आमजन भी बड़ी संख्या में शामिल होंगे।
कुल देवता के धोक लगाकर एकलिंगजी के करेंगे दर्शन
जानकारी के अनुसार, बारहवें दिन की क्रिया 21 नवंबर को पूरी हो जाएगी। राजगद्दी पर बिराजने का दस्तूर कार्यक्रम का मुहूर्त 25 नवंबर को निकला है। जनभावना के अनुरूप आयोजन चित्तौड़गढ़ के फतह प्रकाश महल में होगा ताकि आसपास के जिलों के लोग कार्यक्रम में शामिल हो सके। कार्यक्रम के बाद विश्वराज सिंह मेवाड़ उदयपुर में कुल देवताओं और एकलिंगजी के दर्शन करेंगे, जहां एकलिंगजी में उनका शोक भंग कराया जाएगा। एकलिंगजी के पुजारी उनको रंग देंगे। इसके बाद वे सफेद पाग के बाद में कलर की पाग बांध सकते है।
एकलिंग जी के बाद मेवाड़ समोरबाग पैलेस आएंगे जहां पर परिवार और अन्य लोग उन्हें रंग देंगे उसके बाद वे अगले दिन से रंग वाली पाग बांध सकेंगे। उल्लेखनीय है कि महेंद्र सिंह मेवाड़ का निधन 10 नवंबर को हुआ था। उनका अंतिम संस्कार 11 नवंबर को आयड़ स्थितत महासतियां में किया गया था।
जानिए विश्वराज सिंह मेवाड़ के बारे में
सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई से अर्थशास्त्र में बीए पास विश्वराज सिंह मेवाड़ नाथद्वारा से विधायक है और इनकी पत्नी महिमा कुमारी मेवाड़ राजसमंद से सांसद है। विश्वराज सिंह मेवाड़ मेवाड़ी बोलते हैं। वे अक्सर राजशाही ड्रेस में, हाथों मे तलवार थामे और मेवाड़ी पगड़ी के साथ लोगों के बीच नजर आते हैं।