उत्तराखंड के जोशीमठ को केन्द्र सरकार ने आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया है। इसके साथ ही जोशीमठ और आसपास के इलाकों में निर्माण-कार्य रोक दिए गए हैं। केंद्र सरकार ने प्रभावित इलाकों से लोगों को शिफ्ट करने का एक्शन प्लान भी तैयार किया है। केन्द्र सरकार के विशेषज्ञों की टीम जोशीमठ में ही है, जो हालात का जायजा ले रही है। इस बीच विपक्षी दल कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी सरकार पर कई आरोप लगाए हैं। कांग्रेसी नेताओं ने कई मांगें भी उठाईं हैं।
कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि देवस्थल जोशीमठ में घर, मंदिर टूट रहे हैं। शिवलिंग तक में दरार आ गई और दर्जनों परिवार बेघर हो गए हैं। कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संज्ञान तब लिया, जब सब कुछ टूट गया। कांग्रेस सरकार ने कहा कि यूपीए सरकार पर्यावरणविदों का संज्ञान लेती थी, लेकिन मौजूदा मोदी सरकार ऐसा नहीं करती।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि उत्तराखंड के जोशीमठ में यह जो त्रासदी हुई है, इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए। उन्होंने कहा कि यह मानव निर्मित आपदा है। जिस सुरंग को कारण बताया जा रहा है उसका काम बंद हो, अन्य सुरंगें भी भरी जाएं।
इधर, उत्तराखंड कांग्रेस के प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा कि सीएम ने केवल दिखावे के लिए जोशीमठ का दौरा किया। जिन कांग्रेस नेताओं ने सीएम से मिलना चाहा उन्हें हिरासत में ले लिया गया। पूरे मामले में सरकार की लापरवाही और असंवेदनशीलता सामने आई है। कांग्रेस नेता ने कहा कि बिना सोचे समझे, बिना प्रकृति की सुरक्षा किए जो मोदी सरकार ने अनियंत्रित विकास किया है, उसका ख़ामियाजा आज जोशीमठ की जनता भुगत रही है।