राजस्थान के उदयपुर के परसाद थाना क्षेत्र में अजीबो गरीब मामला सामने आया है। परसाद पुलिस ने दफन किए बुजुर्ग का शव 20 बाद खोदकर निकलवाया है। बुजुर्ग की मौत के बाद अंतिम संस्कार कर शव को दफना दिया गया था। पुलिस ने शव को मिट्टी खोदकर निकालवाकर परसाद अस्पताल की मोर्चरी में पुलिस ने रखवाया, जिसका पोस्टमार्टम किया जा रहा है। पोस्टमार्टम के बाद रिपोर्ट आने पर मामले का खुलासा होगा।
जानकारी के अनुसार परसाद के खरबर गांव में 7 दिसंबर को 68 वर्षीय नवलराम मीणा को परिजनों ने घर से गंभीर चोटिल अवस्था में हॉस्पिटल पहुंचाया। अस्पताल में एक माह तक इलाज चला, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार 10 जनवरी को कर दिया। मामले में नया मोड़ तब आया जब नवलराम मीणा की बेटी प्रमिला थाने पहुंची और हत्या की आशंका की रिपोर्ट दर्ज कराई। ऐसे में पुलिस शव के दफनाए वाली जगह पर पहुंची और प्रशासनिक अधिकारी एवं ग्रामीणों की मौजूदगी में गड्ढा खोदकर बुजुर्ग का शव बाहर निकालवाकर हॉस्पिटल की मोर्चरी में भिजवाया।
रिपोर्ट में बेटी प्रमिला ने पिता की हत्या की आशंका जताई थी। उसने हत्या का आरोप भी अपने ही भाई रामलाल पर लगाया था। बेटी ने बताया था कि घटना वाले दिन भाई रामलाल ने पिता के साथ मारपीट की थी। पिटाई के बाद पिता को खाट से नीचे गिराकर भाग गया था। इसके बाद हॉस्पिटल में एक माह तक उनका इलाज चला। अस्पताल से छुट्टी होने के बाद 10 जनवरी को उन्होंने दम तोड़ दिया।
इस घटना का कारण पिता का बहू पर गलत नजर रखना सामने आया है। पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है। बता दें कि इसी गांव में 9 जनवरी को तकरीबन एक माह पुराना रूपलाल मीणा का कंकाल निकाला गया था। जहां पत्नी शारदा ने कुल्हाड़ी से मार कर अपने पति के शव को खेत में गाड़ दिया था।
राजस्थान की ऐसी प्रमुख खबरों को पढ़ने के लिए बने रहिए Khabar Rajasthan के साथ।