उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन पर ओड़ा गांव में स्थित रेलवे ब्रिज पर शनिवार रात हुए धमाके के पीछे आतंकी कनेक्शन के सबूत मिले हैं। मामले की जांच में जुटी एजेंसियों को मिले इनपुट्स के अनुसार किसी आतंकी संगठन के इशारे पर इस तरह की वारदात को अंजाम दिया गया है। मकसद दहशत फैलाना हो सकता है। हालांकि अभी किसी ने भी इस बात की अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। ये PFI के मेंबर बताए जा रहे हैं। साथ ही ख़बरों की मानें तो इसका कनेक्शन कन्हैया हत्याकांड से भी जोड़ कर देखा जा रहा है। ब्लास्ट में PFI माड्यूल की मदद के एंगल की भी जांच की जा रही है।
इधर, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर उदयपुर में ओड़ा रेलवे ब्रिज के ट्रैक पर हुई घटना के मामले में वरिष्ठ अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक ली। बैठक में उदयपुर में हुई इस घटना की जांच राजस्थान एटीएस-एसओजी के द्वारा करवाने का निर्णय लिया गया। इसी क्रम में एडीजी (अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक) एटीएस-एसओजी अशोक राठौड़ के नेतृत्व में टीम घटना की जांच करने के लिए मंगलवार को उदयपुर जाएगी।
घटना के बाद से ही नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA), इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB), नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) के साथ राजस्थान पुलिस की ATS ब्रांच, गुजरात STF की टीमें इस मामले की जांच कर रही है। पुलिस की दर्ज एफआईआर में अनलॉफुल एक्टीविटीज प्रिवेंशन एक्ट (UAPA) के तहत मामला दर्ज किया गया है। कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपियों पर ही इसी ऐक्ट में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने अब तक घटना स्थल के आसपास गांवों, उदयपुर शहर, सलूंबर आदि जगहों पर दबिश दी है। कुछ संदिग्धों से पूछताछ भी की जा रही है। उदयपुर संभाग में जगह जगह नाकाबंदी कर तलाशी की जारी है।