उदयपुर के गोगुंदा में आदमखोर तेंदुए का आतंक 12वें दिन भी जारी है। मंगलवार सुबह तेंदुए ने घर में काम कर रही एक महिला पर हमला कर उसे मार डाला, जिससे स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। नाराज ग्रामीणों ने प्रशासन की नाकामी पर विरोध जताते हुए नेशनल हाईवे जाम करने की कोशिश की। वहीं, वन विभाग ने तेंदुए को मारने के आदेश जारी कर दिए हैं। अब तक इस क्षेत्र में तेंदुए के हमलों में 12 दिनों में 8 लोगों की जान जा चुकी है।
मुख्य वन संरक्षक पवन कुमार उपाध्याय ने बताया कि आदमखोर तेंदुए को देखते ही गोली मारने के निर्देश दिए गए हैं। वन विभाग की टीम ने पिछले दिनों में 4 तेंदुओं को पिंजरे में पकड़ा है, लेकिन हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। वहीं, वन मंत्री संजय शर्मा ने कहा है कि आर्मी की मदद से तेंदुए को जल्द ही समाप्त कर दिया जाएगा।
मंगलवार सुबह केलवों का खेड़ा गांव में एक तेंदुए ने हमला किया, जिसमें कमला कुंवर (55) को अपने घर के आंगन में काम करते वक्त मार दिया गया। तेंदुए ने महिला को घर से 100 मीटर दूर तक घसीटा। परिवार वालों की चीख-पुकार सुनकर तेंदुआ शव को छोड़कर भाग गया। घर पहाड़ी पर स्थित था और आस-पास कोई अन्य घर नहीं था, जिससे महिला अकेली थी और काम कर रही थी।
इसके एक दिन पहले, बड़गांव थाना क्षेत्र के राठौड़ों का गुड़ा में तेंदुए ने मंदिर के पुजारी विष्णु गिरी (65) को मार डाला था। संभावना जताई जा रही है कि वही तेंदुआ, जिसने पुजारी पर हमला किया था, उसने ही महिला को भी निशाना बनाया है। गांव में तेंदुए के हमलों से भय और दहशत का माहौल बना हुआ है, और ग्रामीणों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है।