राजस्थान के टोंक जिले में कांग्रेस नेता और पूर्व जिला प्रमुख रामविलास चौधरी से बदसलूकी मामले में राज्य सरकार ने सीओ रुद्र प्रकाश शर्मा और एसएचओ को निलंबित कर दिया था। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, खेलमंत्री अशोक चांदना, विधायक दिव्या मदेरणा सहित कई नेताओं ने घटना की क़ड़े शब्दों में निंदा की थी।
कांग्रेस नेता से बदसलूकी करने की घटना का वीडियो बुधवार को वायरल हुआ था। इसके बाद CMO के निर्देशानुसार पुलिस मुख्यालय द्वारा वृताधिकारी व थानाधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। महानिदेशक पुलिस इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा के अनुसार मामले की अग्रिम जांच अजमेर रेंज महानिरीक्षक श्री रुपिंदर सिंघ को सौंपी गई है। ऐसे में जनप्रतिनिधि के साथ अभद्रता को लेकर प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर वृताधिकारी निवाई रूद्रपकाश शर्मा ओर थानाधिकारी सदर निवाई आशुसिंह गुर्जर को निलंबित कर दिया गया है।
दरअसल, टोंक के पूर्व जिला प्रमुख रामविलास चौधरी से बदसलूकी मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया था। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, खेलमंत्री अशोक चांदना और कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने घटना की निंदा करते हुए अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय हरकत में आया और डीजीपी एमएल लाठर को कार्यवाही के निर्देश दिए।