न्यूज डेस्क। बीकानेर के नोखा क्षेत्र में मंगलवार सुबह करीब 11 बजे सरकारी स्कूल में खेलते समय तीन छात्राएं वाटर टैंक में गिर गईं, जिससे उनकी मौत हो गई। आसपास मौजूद बच्चों ने तुरंत शिक्षकों को सूचना दी। ग्रामीणों और स्कूल प्रशासन की कड़ी मशक्कत के बाद छात्राओं को बाहर निकाला गया, लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद पीड़ित परिवारों के परिजन मगनाराम केड़ली के नेतृत्व में पांच सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए।
जानकारी के अनुसार नोखा के देवानाड़ स्थित केडली गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में बच्चे खेल रहे थे। इसी दौरान प्रज्ञा पुत्री रेखाराम जाट, भारती पुत्री ओमाराम जाट और रवीना पुत्री बागाराम स्कूल परिसर में बने पुराने वाटर टैंक के ऊपर चढ़ गईं। टैंक को ढकने के लिए रखी गईं पट्टियां अचानक टूट गईं, जिससे तीनों छात्राएं 15 फीट गहरे पानी से भरे टैंक में गिर गईं। ग्रामीणों ने ट्रैक्टर और मोटर पंप की मदद से पानी निकाला और सीढ़ी लगाकर टैंक में उतरे, लेकिन आधे घंटे की मशक्कत के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका।
स्कूल की प्रिंसिपल संतोष के अनुसार 18 दिसंबर 2024 को ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को इस जर्जर वाटर टैंक के संबंध में पत्र लिखा गया था, लेकिन इसके बावजूद मरम्मत नहीं कराई गई। यह टैंक करीब 23 साल पुराना था और सिर्फ पट्टियों से ढका हुआ था। घटना के बाद उपखंड अधिकारी गोपाल जांगिड़ और थानाधिकारी अमित स्वामी अस्पताल पहुंचे। प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं।