सोशल मीडिया पर बने एक मीम (वीडियो) ने जोधपुर के लोहावट में रविवार को बुजुर्ग की जान ले ली। दरअसल, किसी ने हाथगाड़ी (ठेले) पर भंगार का काम करने वाले एक बुजुर्ग का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। वीडियो में लिख दिया ‘भंगार लेवणो है कांई’। वीडियो वायरल हुआ तो स्थानीय लोग, खासकर युवा बुजुर्ग को भंगार लेवणो है कांई कहकर चिढ़ाने लगे।
बुजुर्ग ऐसे युवकों को भगाने के लिए पीछे दौड़ते और युवक चिढ़ाते हुए भाग जाते। रविवार को भी यही चल रहा था। बुजुर्ग बार-बार चिढ़ा रहे युवकों के पीछे दौड़ रहे थे। युवक नहीं माने तो बुजुर्ग आहत होकर एक पेड़ पर चढ़ गए। लोग चिढ़ाने के दौरान वीडियो बनाता एक युवक । आसपास खड़े तमाशा देखते रहे और बुजुर्ग ने उनकी मौजूदगी में ही लटक कर फांसी लगा ली। उन्होंने जैसे ही फंदा लगाया उन्हें बचाने की बजाय युवक भाग गए। कुछ युवक घटना के दौरान भी भंगार लेवणों है… कहकर परेशान कर रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बुजुर्ग बोल रहा था कि आपने परेशान कर दिया, अब ले लेना मजे और यह कह कर वह एक रस्सी के सहारे पेड़ से लटक गए। बाद में लोहावट पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन तब तक उनका दम घुट चुका था। उसके पास मिले दस्तावेजों से पता चला कि बुजुर्ग का नाम प्रतापराम था और वे चौहटन (बाड़मेर) के निवासी थे।
जानकारी के अनुसार दो-तीन महीने पहले एक जापानी महिला पर्यटक मेगुनी यहां मारवाड़ घूमने आई थी। एक दिन जब वह अपने साथियों के साथ जा रही थी तो बुजुर्ग को ठेला खींचते देखा। महिला ने मदद के लिए पूछा तो बुजुर्ग ने कहा कि आपको क्या करना है, भंगार लेना है क्या? इसका युवाओं ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया
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