न्यूज डेस्क। मेवाड़ के प्रसिद्ध कृष्णधाम श्री सांवलिया सेठ मंदिर, मंडफिया से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहाँ 25 जून को अमावस्या के दिन मंदिर में दर्शनार्थियों की भारी भीड़ के दौरान श्रद्धालुओं पर लाठियां बरसाने के दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इन घटनाओं में कुछ श्रद्धालुओं को चोटें भी आई हैं। मंदिर प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है।
पहला वीडियो: निजी सुरक्षा गार्डों द्वारा लाठीचार्ज
पहला वीडियो दिन का बताया जा रहा है, जिसमें मंदिर के निजी सुरक्षा गार्ड (टाइगर फोर्स) श्रद्धालुओं पर लाठियां चलाते दिख रहे हैं। जानकारी के अनुसार, अमावस्या पर अत्यधिक भीड़ को देखते हुए मंदिर मंडल ने प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग द्वार बनाए थे और श्रद्धालुओं को कतारबद्ध दर्शन कराने के लिए बैरिकेड्स लगाए थे। आरोप है कि कुछ श्रद्धालु निकास द्वार से घुसने और बैरिकेड्स के ऊपर से जाने का प्रयास कर रहे थे। भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयास में सुरक्षा गार्डों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिसके दौरान लाठियां चलाई गईं। इस घटना में दो महिलाएं, एक सुरक्षा गार्ड और कुछ अन्य श्रद्धालु गिर गए, जिससे हल्की भगदड़ की स्थिति भी बनी। हालांकि, स्थिति को तुरंत नियंत्रित कर लिया गया।
यह वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर गार्ड्स की कड़ी आलोचना हुई। मंदिर मंडल की मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रभा गौतम ने वीडियो की सत्यता की जांच कराई, जिसमें वीडियो सही पाया गया। इसके बाद, सुरक्षा इंचार्ज गुलाब सिंह को नोटिस जारी किया गया है, और वीडियो में लाठी चलाते दिख रहे दो गार्डों को मुख्यालय बुलाकर हटा दिया गया है।
दूसरा वीडियो: पुलिसकर्मी द्वारा लाठीचार्ज
दूसरा वीडियो उसी दिन रात का बताया जा रहा है। इस वीडियो में मंदिर के वीआईपी गेट पर कुछ श्रद्धालु गेट खोलने की जिद कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने, जिसके बाद पुलिस ने डंडे चलाए। वीडियो में भदेसर डिप्टी अनिल शर्मा हाथ में डंडा लिए नजर आ रहे हैं, और लाठीचार्ज के बाद एक बुजुर्ग श्रद्धालु सड़क पर घायल अवस्था में लेटे हुए दिख रहे हैं। दोनों घटनाओं की जांच चल रही है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।