नागौर। नागौर के सहदेव हत्याकांड में एक नया और दुखद मोड़ आ गया है। अपने लिव-इन पार्टनर सहदेव भाकर की हत्या हो जाने के 13 दिन बाद, उनकी पार्टनर करिश्मा चौधरी ने नागौर के रातंगा गांव स्थित सहदेव के घर में ही आत्महत्या कर ली। गुरुवार सुबह परिवार वालों ने करिश्मा को अपने कमरे में फंदे से झूलता पाया, जिसके बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
दैनिक भास्कर के अनुसार करिश्मा और सहदेव को लगातार धमकियां मिल रही थीं। उसने अपने परिवार वालों के लिए फांसी की भी मांग की थी, क्योंकि उसे शक था कि उसके परिवार ने ही सहदेव की हत्या की है।
क्या था सहदेव हत्याकांड का पूरा मामला?
यह पूरा मामला 13 जून को शुरू हुआ था, जब रातंगा (नागौर) के कॉलेज टीचर सहदेव भाकर को अजमेर में परीक्षा देने जाते समय बस स्टैंड से कथित तौर पर किडनैप कर लिया गया। अगले दिन, उनका शव नागौर के तेजासर इलाके से मिला। पुलिस जांच में सामने आया कि सहदेव नागौर जिले के ही धारणा गांव की रहने वाली करिश्मा चौधरी के साथ पिछले लगभग 9 महीने से लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे।
करिश्मा ने पहले बताया था कि वे घर से भागकर जयपुर गए थे, जहां उन्होंने लिव-इन में रहने के दस्तावेज़ भी बनवाए थे। इसके बाद वे नागौर वापस आकर पुलिस के सामने हाज़िर हुए थे। इस दौरान उन्हें लगातार परिवार से धमकियां मिलने की बात भी करिश्मा ने कही थी।
एग्जाम देने गए सहदेव को किया था अगवा, फिर हत्या
धमकियों के बावजूद, सहदेव 13 जून को अजमेर में अपना दूसरा एग्जाम देने गए थे। आरोप है कि बस स्टैंड पर करिश्मा के परिवार वालों ने उन्हें अगवा कर लिया। अगले दिन सहदेव को पीट-पीटकर मार डाला, और शव को रातंगा गांव के पास एक खेत में फेंककर फरार हो गए। सहदेव के पिता रामदेव भाकर ने अजमेर के सिविल लाइंस थाने में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले में पुलिस अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी कर चुकी है।
सहदेव की शादी और करिश्मा का बाल विवाह
खबरों के अनुसार सहदेव की शादी साल 2018 में रातंगा के पास के खुशिया गांव की चंदा देवी से हुई थी, लेकिन उनकी आपस में नहीं बनती थी और सहदेव चंदा को तलाक देना चाहते थे। वहीं, करिश्मा के परिवार वाले उसके बालिग होने का इंतजार कर रहे थे ताकि उसका ‘मुकलावा’ (बाल विवाह के बाद पहली बार ससुराल भेजना) कर उसे ससुराल भेज सकें, जिसके लिए करिश्मा तैयार नहीं थी। साल 2024 में करिश्मा के 18-19 साल की होने के बाद, सहदेव ने जायल कोर्ट में अपनी पत्नी चंदा से तलाक के लिए अर्जी दाखिल कर दी थी।
सहदेव जब 12 जून को अजमेर में दूसरा एग्जाम देने गए थे, उसी दौरान उसके पिता बस्तीराम, चाचा रामकिशोर, चाचा रामप्रसाद, बहन ललिता, उसके पति और करिश्मा के जीजा महिपाल, दूसरे जीजा राजू और फूफा हड़मान ने मिलकर सहदेव का अपहरण कर हत्या कर दी थी। और अब करिश्मा ने भी आत्महत्या कर दी।