राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि मैं विरोध करता हूं तो ऐसा करता हूं कि धुआं निकाल देता हूं, लेकिन भाषा पर कभी संयम नहीं खोया। मुंह से जो शब्द निकल गया वह वापस नहीं आता। मैंने हमेशा वैचारिक, राजनीतिक, प्रशासनिक विरोध किया तो सड़कों पर उतरे, धरने दिए, जेल गए, अनशन किए, लेकिन कभी गलत शब्दों का प्रयोग नहीं किया। पायलट ने कहा कि वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री रहीं, मेरे से बड़ी हैं, लेकिन राजनीतिक टकराव होता था तो बराबर का होता था उन्हें हराकर आते थे, लेकिन अपशब्दों का प्रयोग करना, ओछी भाषा का इस्तेमाल करना यह मैंने न कभी किया है और न आगे करने वाला हूं।
पायलट ने कहा कि मैंने अपने भाषणों में कभी मर्यादा को नहीं लांघा। मैं कभी इधर-उधर नहीं होता क्योंकि मेरे संस्कार ही बचपन से हैं कि बड़ों का आदर कीजिए, उन्हें मान-सम्मान दीजिए। मैंने हमेशा बड़ों का आदर किया है। पायलट ने कहा कि मैंने मुद्दों, सिद्धांतों और जुबान से किए वादों को लेकर न पहले समझौता किया है और न आगे करेंगे।
सचिन पायलट सोमवार को झुंझुनूं जिले के खेतड़ी में टीबा गांव में शहीद की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम के बाद हुई सभा में बोल रहे थे। पायलट ने सीएम अशोक गहलोत और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जनता से किए गए वादे आज तक पूरे नहीं हुए हैं, ऐसे में चुनाव के वक्त किस मुंह से वोट मांगने जाएंगे।