बाड़मेर के शिव विधानसभा सीट से विधायक रविंद्र सिंह भाटी के खिलाफ उदयपुर की एक अदालत ने गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है। दरअसल, भाटी लगातार महामारी एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम के उल्लंघन के मामले में अदालत की पेशियों से अनुपस्थित चल रहे थे, जिसके चलते यह वारंट जारी हुआ। मामला 16 अगस्त 2021 का है, जब भाटी ने अरविंद सिंह पावटा और देवेंद्र सिंह के साथ मिलकर करीब 200-250 छात्रों के साथ कलेक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन किया था। उस समय धारा 144 का उल्लंघन करते हुए महामारी अधिनियम के तहत उनके खिलाफ भूपालपुरा थाने में मामला दर्ज किया गया था।
विधायक की चुनावी यात्रा: विधानसभा में सफलता, लोकसभा में असफलता
रविंद्र सिंह भाटी फिलहाल शिव विधानसभा सीट से विधायक हैं। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। इससे पहले, राजस्थान विधानसभा चुनाव में वह भाजपा से जुड़े थे, लेकिन जब पार्टी ने उन्हें शिव विधानसभा से उम्मीदवार नहीं बनाया, तो उन्होंने भाजपा से नाता तोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। भारी बहुमत के साथ विधायक बने भाटी का राजनीतिक सफर छात्र राजनीति से शुरू हुआ था।
राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र राजनीति से
रविंद्र सिंह भाटी ने अपनी पढ़ाई गांव के एक स्कूल से की और आगे की शिक्षा के लिए जोधपुर के जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय गए, जहां से उनकी छात्र राजनीति की शुरुआत हुई। 2019 में, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने उन्हें अध्यक्ष पद का उम्मीदवार नहीं बनाया, जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और छात्रसंघ के अध्यक्ष बने। 57 साल बाद जोधपुर विश्वविद्यालय में किसी निर्दलीय उम्मीदवार की जीत एक महत्वपूर्ण घटना थी।