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Rajasthan Weather : राजस्थान में मानसून का कहर जारी, 30 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, 15 जुलाई तक बढ़ेगी उमस

जयपुर। राजस्थान में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। प्रदेश के कई जिलों में बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विशेष रूप से 8 से 14 जुलाई के बीच राज्य के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में सक्रिय मानसूनी गतिविधियाँ जारी रहेंगी। वहीं 15 जुलाई के बाद बारिश की तीव्रता में कमी आएगी, लेकिन उमस में तेजी से इज़ाफा देखने को मिलेगा।

राज्य के 30 से अधिक जिलों में मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें से 18 जिलों को अति-भारी वर्षा की चेतावनी के तहत रेड अलर्ट पर रखा गया है। अलवर, भरतपुर, कोटा, बारां, झालावाड़, बूंदी, बांसवाड़ा, सिरोही, उदयपुर और डूंगरपुर जैसे जिलों में अगले कुछ दिनों तक तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है। जयपुर और आसपास के जिलों में भी गरज-चमक के साथ बारिश के दौर जारी रहने की उम्मीद ह

बादल के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना

9 से 12 जुलाई तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में दिन के समय बादल छाए रहने के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, वहीं दोपहर और शाम के समय कई इलाकों में तेज बौछारें गिर सकती हैं। 13 और 14 जुलाई को गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा जारी रहने की संभावना बनी रहेगी। 15 जुलाई के बाद मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा और बारिश की तीव्रता में कमी आएगी। हालांकि, नमी बनी रहने से प्रदेश के कई हिस्सों में उमस काफी बढ़ जाएगी, जिससे गर्मी का अहसास फिर से तेज हो सकता है।

तापमान की बात करें तो जयपुर, अजमेर, कोटा और भरतपुर जैसे शहरों में अधिकतम तापमान 32 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा जबकि न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री के आसपास बना रहेगा। अगले सप्ताह से तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की बढ़ोतरी हो सकती है। बारिश की कमी और बढ़ती धूप के कारण हवा में नमी बढ़ेगी, जिससे उमस और असहजता महसूस की जाएगी।

बारिश के चलते कई जिलों में जनजीवन पर असर पड़ा है। निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है जिससे यातायात बाधित हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में कच्चे रास्तों पर कीचड़ और पानी भर जाने से लोगों को परेशानी हो रही है। खेती-बाड़ी के लिए यह बारिश फायदेमंद मानी जा रही है, लेकिन कुछ इलाकों में लगातार भारी बारिश से फसलों को नुकसान की आशंका भी जताई जा रही है।

जनता को सतर्क रहने की अपील

प्रशासन ने जनता को सतर्क रहने की अपील की है। नदी-नालों और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूरी बनाए रखने को कहा गया है। मौसम विभाग की चेतावनियों को ध्यान में रखते हुए राहत एवं बचाव दलों को तैयार रखा गया है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे खेतों में जल निकासी की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि फसलों को नुकसान से बचाया जा सके।

गौरतलब है कि जून माह में राज्य में सामान्य से 157 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई थी और जुलाई के पहले सप्ताह तक मानसून सामान्य से 128 प्रतिशत अधिक सक्रिय रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस बार मानसून की गतिविधियाँ औसत से कहीं ज्यादा तेज रही हैं।