राजस्थान के धौलपुर जिले के बीहड़ों में एक लाख 15 हजार रुपए के इनामी डकैत केशव गुर्जर की गैंग और पुलिस के बीच रविवार की रात को मुठभेड़ हुई है। पुलिस फायरिंग के दौरान डकैत केशव गुर्जर के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया। इसके बाद पुलिस ने घायल डकैत केशव को घेराबंदी कर पकड़ लिया। इसके बाद केशव गुर्जर को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसका उपचार चल रहा है। बताया जा रहा है कि मुठभेड़ के दौरान कई पुलिसकर्मियों के बुलेट प्रूफ जैकेट में भी गोली लगी है। पुलिस की टीम गैंग के अन्य साथियों की तलाश कर रही है।
जानकारी के अनुसार धौलपुर एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव के नेतृत्व में बाड़ी सीओ मनीष कुमार शर्मा के साथ सोने का गुर्जा थाना, बाड़ी कोतवाली, बाड़ी सदर थाना पुलिस, डीएसटी, एडीएफ और क्यूआरटी टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। धौलपुर एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव को रविवार को डकैत केशव गुर्जर की बाड़ी उपखंड के बीहड़ों में छिपे होने की सूचना मिली थी जिसके बाद एसपी खुद टीम के साथ वहां पहुंचे। रविवार रात करीब 6 घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद सोने का गुर्जा थाना इलाके के बीहड़ में सोहन बाबा के मंदिर के पास डकैत केशव के पैर में गोली लगी। इसके बाद उसे पकड़ लिया गया। भरतपुर आईजी गौरव श्रीवास्तव इस मुठभेड़ की मॉनिटरिंग कर रहे थे।
इनामी डकैत केशव गुर्जर धौलपुर जिले के कुदिन्ना गांव का रहने वाला है। वो करीब दस वर्ष से फरार चल रहा था। उस पर एमपी, यूपी और राजस्थान पुलिस ने करीब एक लाख 15 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। केशव की गैंग के सदस्यों के पास आधुनिक हथियार हैं। उसने शादी भी नहीं की है और न ही उसका कोई परिवार है। डकैत केशव गैंगस्टर की तरह काम कर फिरौती वसूल करता है।