unexplored places in rajasthan : जब भी राजस्थान के किलों की बात होती है, तो हमारे मन में पहली सूची में जयपुर का आमेर, जोधपुर का मेहरानगढ़ या जैसलमेर का सोनार किला आता है। बेशक इनकी भव्यता अद्भुत है, लेकिन राजस्थान में ऐसे कई और भी किले हैं जो भीड़-भाड़ से दूर, अपने भीतर सदियों पुराना इतिहास और रोमांच छुपाए हुए हैं। ये किले सिर्फ़ इमारत नहीं, बल्कि वीरता, प्रेम और बलिदान की कहानियाँ सुनाते हैं।
अगर आप एक सच्चे घुमक्कड़ हैं, और कुछ नया खोजना चाहते हैं, तो राजस्थान के ये 10 अनजाने किले आपके लिए एकदम सही हैं। आपको यही किले जरूर देखने चाहिए।
1. तारागढ़ किला, बूंदी
पहाड़ी की चोटी पर बना तारागढ़ किला किला बूंदी शहर की पहचान है। 14वीं सदी में बने इस किले का नाम तारागढ़ इसलिए पड़ा क्योंकि यह तारों जैसा दिखाई देता है। इसकी सबसे ख़ास बात यहाँ की कलाकारी और दीवारों पर बने पुराने भित्तिचित्र हैं। यहाँ के चित्तरशाला महल की दीवारों पर बूंदी शैली की अद्भुत पेंटिंग आज भी मन मोह लेती हैं। तारागढ़ किला एक ऐसा ऐतिहासिक स्थल है जहाँ शांति और कला का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।

2. गागरोन किला, झालावाड़
गागरोन किला अपनी अनूठी वास्तुकला के लिए मशहूर है। यह एक जल-दुर्ग है, यानी एक ऐसा किला जो तीन तरफ़ से पानी से घिरा हुआ है। कालीसिंध और आहू नदी के संगम पर बना यह किला अपनी मज़बूत दीवारों और बिना नींव के बनावट के लिए विख्यात है। गागरोन किला यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में भी शामिल है, फिर भी यह पर्यटकों की भीड़ से दूर है। यह किला प्रकृति, कला और इतिहास का संगम है।

3. कुंभलगढ़ किला, राजसमंद
मेवाड़ के गौरवशाली इतिहास को दर्शाता कुंभलगढ़ किला मशहूर है। महाराणा कुंभा द्वारा 15वीं सदी में बनाया गया यह किला मेवाड़ के महाराणाओं का निवास था। कुंभलगढ़ किला अपनी विशाल दीवार के लिए भी जाना जाता है, जोकि दुनियां की दूसरी सबसे लंबी दीवार है। इस दीवार की लंबाई 36 किलोमीटर है। भव्यता और वीरता की कहानी कहते इस किले की प्राकृतिक सुंदरता भी मन मोह लेती है।

4. बाला किला, अलवर
अलवर शहर में मौजूद बाला किला राजस्थान के सबसे पुराने किलों में से एक है। इसे अलवर दुर्ग भी कहा जाता है। इसकी सबसे ख़ास बात यह है कि इसकी दीवारों पर आज भी मुगल और राजपूत वास्तुकला की झलक साफ दिखाई पड़ती है। इस किले से पूरे अलवर शहर का विहंगम दृश्य देखने को मिलता है। यह किला 1545 ईस्वी तक 1755 ईस्वी मुगलो के अधीन रहा था। यह कब और किसने बनाया इसकी जानकारी स्पष्ट जानकारी नहीं मिलती है।

5. भानगढ़ किला, अलवर
भानगढ़ का नाम सुनते ही मन में डर का एहसास होता है। यह किला भारत की सबसे ज़्यादा ‘हॉन्टेड’ जगहों में से एक माना जाता है, लेकिन बहुत कम लोग इसकी असली खूबसूरती और इतिहास के बारे में जानते हैं। 17वीं सदी में बना यह किला चारों तरफ पहाड़ियों से घिरा हुआ है और इसकी वास्तुकला देखने लायक है। किले के अंदर मौजूद प्राचीन मंदिर और बावड़ियाँ इसकी भव्यता को दर्शाती हैं। अगर आप रोमांच और इतिहास दोनों का अनुभव करना चाहते हैं, तो भानगढ़ जरूर जाइए।

6. नागौर किला
जोधपुर और बीकानेर के बीच में स्थित, नागौर किला एक ऐसा छुपा हुआ रत्न है जिसके बारे में ज़्यादा लोग नहीं जानते। 12वीं सदी में बने इस किले की वास्तुकला बेहद खास है, जिसमें राजपूत और मुग़ल शैली का मिश्रण देखने को मिलता है। यह किला न सिर्फ इतिहास के शौकीनों के लिए है, बल्कि यहाँ हर साल होने वाले प्रसिद्ध सूफी संगीत महोत्सव के लिए भी जाना जाता है। इस किले के अंदर मौजूद हरियाली, पानी के फव्वारे और पुराने महल इसे खूबसूरत बनाते हैं।

7. लोहगढ़ किला, भरतपुर
भरतपुर में स्थित लोहगढ़ किला अपने नाम की तरह ही लोहे जैसा मज़बूत और अजेय रहा है। इसे महाराजा सूरजमल ने 18वीं सदी में बनवाया था। इस किले की ख़ासियत यह है कि इस पर अंग्रेजों ने कई बार हमला किया, लेकिन वे इसे कभी जीत नहीं पाए। किले के चारों ओर गहरी खाई बनाई गई थी जिसमें पानी भरा रहता था, जिससे दुश्मन के लिए किले में प्रवेश करना मुश्किल होता था। यह किला उस समय की इंजीनियरिंग और वीरता का बेहतरीन नमूना है।

8. जूनागढ़ किला, बीकानेर
बीकानेर में स्थित जूनागढ़ किला अपनी शानदार और भव्य वास्तुकला के लिए जाना जाता है। 16वीं सदी में राजा राय सिंह द्वारा बनवाया गया यह किला पत्थरों पर की गई बारीक कारीगरी और अद्भुत कला के लिए विख्यात है। किले के अंदर अनुप महल, गंगा महल और बादल महल हैं। यह किला उन लोगों को जरूर देखना चाहिए जो कला और इतिहास की गहराई को समझना चाहते हैं।

9. कुचामन किला, नागौर
नागौर ज़िले में स्थित कुचामन किला आज भी अपनी प्राचीनता को बरकरार रखे हुए है। यह किला अपनी मूल दीवारों, दरवाजों और भव्य महलों के लिए जाना जाता है। इस किले की बनावट ऐसी है कि यह अजेय हुआ करता था। किले के अंदर मौजूद शीश महल, दरबार हॉल और हथियार घर इसकी शान है। कुचामन किला उन लोगों के लिए बेहतरीन है, जिन्हें इतिहास और वास्तुकला से प्यार है।

10. मंडावा किला, शेखावाटी

शेखावाटी क्षेत्र अपनी सुंदर हवेलियों और भित्तिचित्रों के लिए मशहूर है। मंडावा किला एक अनजाना रत्न है। 18वीं सदी में बना यह किला आज हेरिटेज होटल के रूप में संचालित है, लेकिन इसकी पुरानी शान बरकरार है। किले की दीवारें और महल कलाकृतियों से सजे हुए हैं जो यहाँ की स्थानीय संस्कृति के दर्शाते हैं। यहाँ रहकर आप शाही जीवन का अनुभव कर सकते हैं और साथ ही इतिहास को भी करीब से जान सकते हैं।
ये दस किले राजस्थान के अनछुए इतिहास और रोमांच का दर्शन कराते हैं। अगर आप अपनी अगली राजस्थान यात्रा को यादगार बनाना चाहते हैं, तो इन किलों को अपनी लिस्ट में ज़रूर शामिल करें।