समाजवादी पार्टी के संस्थापक और तीन बार के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव नहीं रहे। मुलायम सिंह यादव को यूरिन संक्रमण, ब्लड प्रेशर की दिक्कत और सांस लेने में तकलीफ की वजह से दो अक्टूबर को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तभी से उनकी हालत बहुत नाजुक बनी हुई थी। मुलायम सिंह के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। नौ दिन तक मेदांता के आईसीयू और क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) में जिंदगी और मौत के बीच जूझते रहने के बाद नेताजी मुलायम सिंह यादव ने सोमवार सुबह 8:16 बजे अंतिम सांस ली और 82 साल की उम्र में सोमवार सुबह उनका निधन हो गया।
समाजवादी पार्टी के अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर मुलायम सिंह यादव के पुत्र और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नेताजी के निधन की। ट्वीट में लिखा – ‘मेरे आदरणीय पिताजी नहीं रहे-अखिलेश यादव।’
उत्तरप्रदेश के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव की शख्सयित पार्टी की सीमाओं से पार हर दल और विचारधारा के लोगों को आकर्षित करती थीं। यही वजह है कि सोमवार को उनके निधन के बाद सिर्फ समाजवादी पार्टी नहीं बल्कि हर दल और संगठन ने उनके निधन को भारतीय राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया। मुलायम सिंह 1967 में पहली बार विधायक बने थे। वे आठ बार विधायक और 7 बार सांसद रहे। तीन बार यूपी के मुख्यमंत्री और दो बार केंद्र में भी मंत्री रहे।