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मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना क्या है? इसके लिए आवेदन कैसे करें?

राजस्थान ऐसा प्रदेश है जहां धार्मिक आस्था और परंपराओं का बहुत ज्यादा महत्व है। यहाँ हर व्यक्ति के जीवन में तीर्थ यात्रा का एक विशेष स्थान होता है। इसमें खासकर बुजुर्गों के लिए यह आध्यात्मिक अनुभव उनके जीवन के अंतिम पड़ाव में मानसिक, भावनात्मक और आत्मिक शांति प्रदान करने वाला होता है। लेकिन आर्थिक कारण के चलते अनेक वरिष्ठ नागरिक इस सुख से वंचित रह जाते हैं।

आर्थिक कमी के चलते वे दूर धार्मिक यात्रा करने नहीं जा पाते हैं। ऐसे में राजस्थान सरकार ने ऐसे ही नागरिकों की आस्था को सम्मान देने और उनके जीवन को सुखद बनाने के लिए मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना की शुरुआत की है। जिसमें प्रदेश के लोगों को धार्मिक यात्रा सुविधाओं के साथ निशुल्क करवाई जाएगी। आइए, हम इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं। राजस्थान में तीर्थ यात्रा योजना क्या है?

मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना क्या है?

इस योजना का मुख्य उद्देश्य राजस्थान के ऐसे वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क और सुविधाजनक धार्मिक यात्रा ( राजस्थान मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना क्या है? )कराना है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। हर साल प्रदेश में ट्रेन व हवाई यात्रा के लिए नागरिकों का चयन किया जाता है। योजना के अन्तर्गत हर धर्म, मजहब व सम्प्रदाय के लोगों को उनकी आस्था के अनुरूप दर्शन स्थलों की सुविधा मिलती है। हालांकि इसके लिए पूर्व में ही लिस्ट निर्धारित होती है, जिसमें हर धर्म के स्थलों का ध्यान रखा जाता है। योजना के लिए जिला कमेटी द्वारा पात्र नागरिकों का चयन किया जाता है। बजट घोषणा-2025-26 के अनुसार, इस बार एसी ट्रेन से 50 हजार और हवाई यात्रा के जरिए 6 हजार वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा करवाई जाएगी।

मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के प्रमुख लाभ

मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के अंतर्गत राज्य सरकार बुजुर्गों को कई सुविधाएं निशुल्क प्रदान करती है, जो इस प्रकार हैं।

1. रेल यात्रा – ट्रेनों के माध्यम से नागरिकों को तीर्थ स्थलों की यात्रा की जाती है।
2. आवास व्यवस्था – यात्रा के दौरान ठहरने के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक स्थानों की व्यवस्था।
3. भोजन – यात्रा के दौरान यात्रियों को शुद्ध, सात्विक और पौष्टिक भोजन प्रदान किया जाता है।
4. चिकित्सा सुविधा – हर यात्रा दल के साथ चिकित्सकों की टीम और आवश्यक दवाइयां उपलब्ध रहती हैं।
5. सुरक्षा – बुजुर्गों की सुरक्षा हेतु पुलिस व स्वयंसेवक दल भी साथ में होता है।

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मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तीर्थ स्थल

मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना (Mukhyamantri varishth teerth yatra yojna)  में विभिन्न धर्मों के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों को शामिल किया गया है, ताकि हर धर्म के वरिष्ठ नागरिकों को अपनी आस्था के अनुसार तीर्थ यात्रा का अवसर मिल सके। यात्रा के लिए धर्मों के अनुसार तीर्थस्थल इस प्रकार हैं। हिंदू धर्म के तीर्थ स्थलों में रामेश्वरम्, वैष्णो देवी, हरिद्वार, द्वारका, अयोध्या तिरुपति, उज्जैन, शिरडी की यात्रा करवाई जाती है। सिख धर्म के तीर्थ स्थल अमृतसर स्वर्ण मंदिर, इस्लाम में अजमेर शरीफ और जैन धर्म मानने वालों के लिए श्री सम्मेद शिखरजी को यात्रा में शामिल किया गया है।

मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना पात्रता

1. आवेदक राजस्थान राज्य का स्थायी निवासी हो।
2. उसकी आयु 60 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
3. वह किसी तीर्थ यात्रा की निजी रूप से व्यवस्था करने में असमर्थ हो।
4. वह आयकर दाता नहीं होना चाहिए।

आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज

1. जन आधार नंबर
2. आयु प्रमाण पत्र (जन्म प्रमाण पत्र/मतदाता पहचान पत्र)
3. स्वास्थ्य प्रमाण पत्र (यह प्रमाणित करता है कि व्यक्ति यात्रा योग्य है)
4. पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ आदि।

मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के लिए आवेदन कैसे करें?

मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में आवेदन के लिए आवेदन प्रक्रिया सरल है। इसके लिए आपको देवस्थान विभाग की वेबसाइट https://devasthan.rajasthan.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इस दौरान आपके द्वारा दस्तावेज भी अपलोड किए जाएंगे। जिसके बाद जिला कमेटी उस जिला के पात्र नागरिकों का चयन करेगी। इस वेबसाइट पर आप आपने आवेदन की स्थिति भी जान सकते हैं।

अगर आप या आपके परिवारजन इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो हर साल जुलाई माह के आसपास आवेदन निकलते हैं, जिसमें आवेदन किया जा सकता है।