अपराध जयपुर

चोरी करने के लिए खर्च किए थे 97 लाख रुपए, ऐसा केस पहले कभी नहीं पढ़ा होगा

जयपुर। शहर के एक पॉश इलाके में स्थित डॉ. सुनीत सोनी की भव्य कोठी के बगल में एक खाली प्लॉट था, जिसे साल 2021 में अचानक किसी ने 97 लाख रुपये में खरीद लिया। नीली टीन की ऊंची दीवारें लगाकर वहां निर्माण कार्य शुरू हुआ, और अंदर से रोज खुदाई की आवाजें आने लगीं। पड़ोसियों को लगा कि कोई नया मकान बन रहा है, लेकिन हकीकत कुछ और ही थी।

यह प्लॉट किसी घर के निर्माण के लिए नहीं, बल्कि चोरी की एक हैरतअंगेज साजिश को अंजाम देने के लिए खरीदा गया था। हैरानी की बात यह थी कि चोरों ने चोरी करने से पहले लगभग एक करोड़ रुपये खर्च कर दिए। यानी पहले निवेश, फिर वारदात।

इस पूरे ऑपरेशन के पीछे थे शेखर अग्रवाल और जतिन जैन – जो आपस में मामा-भांजा हैं और अब पेशेवर अपराधियों की श्रेणी में आते हैं। प्लॉट की खरीद के लिए इन्होंने बनवारी नाम के व्यक्ति को आगे किया। फिर नीली टीन से प्लॉट को ढककर वहां खुदाई शुरू की गई। सबके सामने बताया गया कि मकान की नींव डाली जा रही है, जबकि अंदर ही अंदर एक सुरंग तैयार की जा रही थी – जो सीधे डॉ. सोनी के घर की नींव तक जा रही थी।

शुरुआत में शेखर और जतिन ने खुद खुदाई की, लेकिन काम बड़ा होने पर तीन और लोगों को जोड़ा गया – बनवारी, केदार और कालूराम। सभी को हिस्से का लालच देकर टीम बना ली गई। कई दिन की मेहनत के बाद जब सुरंग 26 फीट लंबी और 10 फीट गहरी हो गई, तो एक रात की जोरदार हथौड़ी ने आखिरकार एक बक्से का ताला तोड़ दिया। बक्सा खुला – और उसमें से निकलीं 18 चांदी की छड़ें। चोरों ने सारा माल समेटा और चुपचाप वहां से निकल गए।

अगले दिन जब डॉ. सोनी अपने प्लॉट पर पहुंचे तो वहां एक खुला बक्सा मिला। उन्होंने पुलिस को खबर दी, लेकिन मामला पूरी तरह नहीं खोला। जांच में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया, लेकिन चोरी हुई चांदी का कोई सुराग नहीं मिला। इसके उलट इनकम टैक्स विभाग की नजरें खुद डॉक्टर साहब पर टिक गईं और उनके घर पर पूछताछ शुरू हो गई।

यह मामला देशभर में सुर्खियों में आ गया – एक ऐसा केस, जिसमें चोर करोड़ों की चांदी लेकर फरार हो गए और असली पीड़ित पर भी शक की सुई घूमने लगी। जयपुर की यह वारदात आज भी चर्चा का विषय बनी हुई है – एक ऐसा अपराध, जिसकी स्क्रिप्ट फिल्मी लगती है, लेकिन थी हकीकत।