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राजस्थान में इन्दिरा रसोई योजना क्या है? इंदिरा रसोई खोलने के लिए आवेदन कैसे करें?

India rasoi yojna rajasthan : प्रत्येक सरकार अपने नागरिकों की सुरक्षा और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाती हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। राजस्थान सरकार द्वारा भी राज्य के शहरी गरीब और कमजोर वर्गों के लिए इंदिरा रसोई योजना चलाई जा रही है। इन्दिरा रसोई योजना के तहत आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को पौष्टिक भोजन की सुविधा इन्दिरा रसोई में प्रदान की जाती है। यह योजना श्रमिक, गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए बहुत कारगर सिद्ध हुई है। इस आर्टिकल में इन्दिरा रसोई योजना के बारे में जानेंगे। साथ ही यह भी बताएंगे कि इंदिरा रसोई खोलने के लिए क्या नियम है। इन्दिरा रसोई कौन खोल सकता है?

इंदिरा रसोई योजना क्या है?

इंदिरा रसोई योजना राजस्थान सरकार की एक प्रमुख योजना है। इस योजना के तहत, शहरी क्षेत्रों में जरूरतमंद लोगों को मात्र 8 रुपए में भरपेट और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य कोई भी भूखा न सोए के संकल्प को पूरा करना है। यह योजना राजस्थान में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में लाई गई है। हालांकि इससे पूर्व अन्नपूर्णा योजना के तहत वैन के माध्यम से लोगों को भोजन उपलब्ध करवाया जाता था।

इंदिरा रसोई योजना कब शुरू हुई?

इंदिरा रसोई योजना की शुरुआत 20 अगस्त, 2020 को राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की थी। यह योजना पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर शुरू की गई। हालांकि यह योजना वसुंधरा राजे सरकार के समय की अन्नपूर्णा योजना का ही एक रूप है। अन्नपूर्णा योजना के तहत हॉस्पीटल, बस स्टैंड आदि जगहों पर वैन के माध्यम से भोजन उपलब्ध करवाया जाता था। इस योजना में भोजनालय की तर्ज पर यह सुविधा दी जाती है। जिसमें बैठकर खाने के लिए टेबल कुर्सी लगी होती है।

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इंदिरा रसोई योजना मेनू

इंदिरा रसोई योजना के तहत परोसा जाने वाला भोजन पौष्टिक और गुणवत्तापूर्ण होता है। भोजन में आमतौर पर 250 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी, 450 ग्राम चपाती और अचार शामिल होता है। हालांकि आठ रुपए कूपन पर एक बार के लिए इतना ही भोजन मिलता है। इससे अधिक के लिए दूसरा कूपन लेना पड़ सकता है। आमतौर पर कूपन प्रति व्यक्ति के लिए पर्याप्त होता है।

इंदिरा रसोई योजना का समय

योजना के तहत दो पालियों में भोजन की सुविधा प्रदान की जाती है। जिससे अधिकतम लोगों को लाभ मिल सके। इसमें दोपहर का भोजन सुबह 8:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक और रात के भोजन का समय शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक रहता है। यह समय उन लोगों के लिए सुविधाजनक है जो दिनभर काम करते हैं या श्रमिक है।

इंदिरा रसोई योजना में आवेदन कैसे करें?

यदि आप इंदिरा रसोई खोलने के इच्छुक हैं, तो आपको अपने शहरी स्थानीय निकाय जैसे नगरपालिका, नगर परिषद या नगर निगम में संपर्क करना होगा।

1. संबंधित शहरी स्थानीय निकाय कार्यालय में जाकर नोडल अधिकारी से इंदिरा रसोई खोलने के लिए आवेदन पत्र प्राप्त करें।

2. आवेदन से पूर्व इसकी जांच जरूर करें आप या आपकी संस्था योजना के तहत निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं। खासकर यह स्वयंसेवी संस्थाओं के लिए सरकारी योजना है।

3. आवेदन पत्र के साथ पहचान पत्र, पते का प्रमाण, संस्था के पंजीकरण दस्तावेज (यदि लागू हो), अनुभव प्रमाण पत्र और अन्य आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे।

4. इंदिरा रसोई खोलने के लिए आपको एक उपयुक्त स्थान का चयन करना होगा जहां रसोई स्थापित की जा सके। चयनित स्थल का निरीक्षण शहरी स्थानीय निकाय के अधिकारियों द्वारा किया जाएगा।

5. शहरी स्थानीय निकाय के साथ एक औपचारिक अनुबंध के बाद आप रसोई का संचालन शुरू कर सकते हैं।

अधिक जानकारी के लिए, आप शहरी विकास और आवास विभाग (UDH) की आधिकारिक वेबसाइट या अपने स्थानीय शहरी निकाय कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।

इंदिरा रसोई योजना की विशेषताएं क्या हैं?

इंदिरा रसोई योजना में लाभार्थी को कम लागत में भोजन मिलता है। लाभार्थी मात्र 8 रुपये में भोजन प्राप्त कर सकता है।

भोजन की वास्तविक लागत लगभग 25 रुपये होती है, जिसमें से राज्य सरकार 17 रुपये की सब्सिडी प्रदान करती है। जबकि आठ रुपए लाभार्थी से लिए जाते हैं।

यह योजना विशेष रूप से राजस्थान के शहरी क्षेत्रों के लिए है, जहां गरीबों और श्रमिकों की संख्या अधिक होती है। इसमें भी रसोई का संचालन हॉस्पीटल, बस स्टैंड आदि भीड़भाड़ वाली जगहों पर किया जाता है ताकि ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिल सके।

इंदिरा रसोई योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं और शहरी स्थानीय निकायों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाती है।

योजना में लाभार्थियों की संख्या और भोजन के वितरण की पूरी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध होती है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है। लाभार्थी का पंजीकरण आधार नंबर से होता है।

इंदिरा रसोई योजना हेल्पलाइन नंबर

यदि आपको इंदिरा रसोई योजना से संबंधित कोई जानकारी चाहिए, शिकायत दर्ज करना चाहते हैं, या किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता है, तो आप संबंधित शहरी स्थानीय निकाय नगरपालिका, नगर परिषद या नगर निगम से संपर्क कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, राजस्थान सरकार की जन-सुनवाई या हेल्पलाइन सेवाओं के माध्यम से भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।