अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प के मुद्दे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई की है। इस बैठक में सीडीएस जनरल अनिल चौहान और तीनों सेना प्रमुखों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। वहीं, इस मुद्दे पर मंगलवार को संसद में हंगामे के भी आसार हैं। कांग्रेस ने जहां प्रधानमंत्री मोदी से जवाब की मांगा है वही विपक्ष के कई सांसदों ने सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया है।
जानकारी के अनुसार एलएसी पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिक 9 दिसंबर को वहां देखे गए थे। जहां भारतीय सेना के जवानों ने चीनी सेना को वहां से हटने के लिए कहा और उन्हें आगे बढ़ने से रोका। इसके बाद हुई झड़प में दोनों पक्षों के सैनिकों को चोटें आईं। झड़प के तत्काल बाद दोनों पक्ष अपने इलाकों में लौट गए। बताया जा रहा है कि चीनी सैनिकों की तरफ से अचानक हुए इस हमले का मुहंतोड़ जवाब दिया गया। जहां भारत की तरफ से 20 सैनिक जख्मी हुए, वहीं चीन के घायल सैनिकों का आंकड़ा लगभग दोगुने से भी ज्यादा बताया जा रहा है।
बताया जा रहा कि घटना के बाद भारत के स्थानीय कमांडर ने चीनी पक्ष के कमांडर के साथ फ्लैग मीटिंग की और पहले से तय व्यवस्था के तहत शांति और स्थिरता कायम करने पर चर्चा की है। आपको बता दें कि तवांग में कुछ इलाके ऐसे हैं भारत की जमीन पर चीन अपना दावा करता है। यहां दोनों देशों के सैनिक गश्त करते हैं। यह ट्रेंड 2006 से चल रहा है।