देशभर में पिछले दो दिनों हिट एंड रन कानून (Hit and run kanoon) को लेकर खूब चर्चा हो रही है। hit and run के नए कानून के विरोध में ट्रक ड्राइवर्स हड़ताल पर भी उतर आए थे। आज हम आपको इस नए कानून के बारे में बताते हैं। हालांकि नया हिट एंड रन कानून लागू नहीं हुआ है, लेकिन इसे केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सदन में पेश जरूर किया था। आइए , इस नए कानून के बार में जानते हैं।
हिट एंड रन कानून क्या है? hit and run kanoon kya hai?
नए भारतीय न्याय संहिता के अनुसार, अगर किसी ड्राइवर के लापरवाही से गाड़ी चलाने के चलते कोई गंभीर सड़क दुर्घटना होती है और वह पुलिस या किसी अधिकारी इस घटना की जानकारी दिए बिना चला या भाग जाता है, तो उसे दंडित किया जा सकता है। जिसके लिए 10 साल तक की जेल और 7 लाख रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान किया गया है।
पहले हिट एंड रन कानून क्या था? hit and run law in hindi
भारतीय न्याय दंड सहिंता में पहले हिट-एंड-रन (Hit and run kanoon) जैसी घटनाओं के लिए कोई सीधा कानून नहीं था। हालांकि इसके बजाय, ऐसे मामलों में कार्रवाई के लिए IPC की धारा 304ए का प्रयोग किया जाता था। जिसके मुताबिक, लापरवाही से किए गए किसी काम की वजह से अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है, तो अधिकतम दो साल की जेल या जुर्माना हो सकता है।
ट्रक ड्राइवर्स हिट एंड रन कानून का विरोध क्यों कर रहे?
नए हिट एंड रन कानून Hit and run की आलोचना मुख्य रूप से दुर्घटना की जगह छोड़ने के लिए सख्त सजा के आसपास केंद्रित है। क्योंकि नए कानून के मुताबिक, ड्राइवर को 10 साल तक की जेल और 7 लाख रुपए का जुर्माना हो सकता है। जबकि पुराने नियम के तहत 2 साल की सजा और जुर्माना भी काफी कम था। ऐसे में अब ड्राइवर चिंतित हैं कि दुर्घटना भले ही पूरी तरह से उनकी गलती की वजह से न हुई हो, लेकिन इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ सकता है.
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