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पति के टॉर्चर से परेशान पत्नी ने किया सुसाइड! इसी साल हुई थी शादी

udaipur suicide case

पति के टॉर्चर से पत्नी इतना परेशान हो गई कि उसने साड़ी का फंदा लगा अपनी जान ही दे दी। महिला की 10 महीने पहले ही फरवरी में शादी हुई थी। कुछ दिनों तक तो सबकुछ सही चला लेकिन इसके बाद आरोप है कि उसे टॉर्चर किया जाने लगा। मृतका की मां ने आरोप लगाया है कि उसका पति बीच रास्ते पिटाई कर देता था। वह कई बार कह भी चुकी थी कि लड़का सही नहीं है।

ये मामला राजस्थान के उदयपुर के नाई थाना क्षेत्र का है। जहां गुरुवार शाम 5 बजे विवाहिता ने साड़ी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। महिला का शुक्रवार सुबह महाराणा भूपाल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया गया। वहीं, मृतका चेतना की मां लक्ष्मी बाई की ओर से नाई थाना क्षेत्र में पति, सास, ससुर और ननद के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। पुलिस के अनुसार जिस वक्त विवाहिता ने फांसी लगाई, उस वक्त घर में कोई नहीं था। पुलिस ने मां की रिपोर्ट पर ससुर तुलसी राम प्रजापत, सास जशोदा बाई, पति निर्मल प्रजापत और ननद गरिमा प्रजापत के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मादड़ी निवासी मृतका की मां लक्ष्मी बाई का कहना है कि इसी साल 18 फरवरी को चेतना की शादी उदयपुर के सीसारमा गांव में रहने वाले निर्मल प्रजापत से हुई थी। शादी के 15 से 20 दिन बेटी सही रही लेकिन फिर मुझे एक दिन फोन कर बोली कि मम्मी मेरे से बहुत बड़ी गलती हो गई। लड़का सही नहीं मिला है, इस पर मैंने समझाया कि थोड़े दिन एडजस्ट कर ले। मां ने आरोप लगाया है कि लड़का मेरी बेटी को रुपए के लिए टॉर्चर करता था। कई बार उसके साथ मारपीट भी की। कई बार गुस्से में उसने बीच रास्ते में भी बेटी की पिटाई कर दी थी। मां का आरोप है कि बेटी कुछ मांगती या रुपए के लिए कहती तो बोलता मेरे पास रुपए नहीं है तेरी मां से लेकर आजा। मां का आरोप है कि मेटी बेटी मरी नहीं है उसे परेशान कर मारा गया है।

मां का आरोप है कि शादी होने के बीते 10 माह में लड़की को एक बार भी मिलने घर नहीं भेजा। बेटी पीहर जाने को बोलती तो उसे बोला जाता तेरे पीहर में क्या है?वहां नहीं जाना। मां का कहना है कि शादी हुई उस वक्त मैंने लड़के ​के पिता को कहा था कि मेरे आगे पीछे कोई नहीं है जो भी है ये लड़की है। छोटा बेटा है जो मानसिक रूप से कुछ समझ नहीं पाता। इसके बाद भी लड़की कई बार रोते-रोते फोन करती कि मम्मी मैं घर आना चाहती हूं, लेकिन उसके पति और ससुर ने आना-जाना बंद कर दिया था।

जानकारी के अनुसार पति निर्मल प्रजापत परिवहन विभाग में अस्थाई रूप से छोटा-मोटा जॉब करता था। मृतका चेतना कुमारी बी.कॉम तक पढ़ी थी। चेतना के पिता का कुछ साल पहले ही निधन हो चुका है। परिवार में मां के अलावा एक छोटा भाई है, जिसकी मानसिक स्थिति सही नहीं है। मां को थोड़ा बहुत बेटी का ही सहारा था लेकिन वह भी अब दुनियां में नहीं रही।

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