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हनुमान बेनीवाल, निर्मल चौधरी सहित 5 नेताओं को पुलिस का नोटिस! जानें क्यों?

जयपुर। राजधानी जयपुर में मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच करने की तैयारी कर रहे राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के संयोजक हनुमान बेनीवाल, छात्र नेता अभिमन्यु पूनिया, निर्मल चौधरी, अनिल चोपड़ा और श्रवण चौधरी को एसएमएस थाना पुलिस ने नोटिस भेजा है। यह नोटिस डॉ. राकेश बिश्नोई की मौत के मामले में बिना वैध अनुमति के आंदोलन करने और लोगों को इकट्ठा करने के आरोप में जारी किया गया है।

पुलिस ने नोटिस में स्पष्ट किया है कि इन नेताओं ने आरोग्य पथ स्थित एसएमएस अस्पताल के मुर्दाघर के पास बिना वैध परमिशन के टेंट लगाकर अवैध रूप से भीड़ इकट्ठा की और रास्ता बाधित किया। साथ ही, सोशल मीडिया के ज़रिए भी लोगों को एकत्र होने के लिए उकसाया गया, जो कि कानून के खिलाफ है।

मरीजों के स्वास्थ्य को खतरा, पुलिस ने दी चेतावनी

नोटिस में पुलिस की ओर से कहा गया है कि ऐसे आंदोलन से मरीजों के स्वास्थ्य को गंभीर खतरा हो सकता है, क्योंकि एसएमएस अस्पताल में गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों का लगातार आना-जाना रहता है। इसके अलावा, मोर्चरी तक जाने का भी यही एकमात्र रास्ता है, जिसके बाधित होने से परेशानी बढ़ सकती हैफ।। पुलिस ने चेतावनी दी है कि यदि किसी मरीज के साथ कोई घटना या दुर्घटना होती है, तो उसकी पूरी ज़िम्मेदारी आंदोलनकारियों की होगी। पुलिस ने साफ किया है कि बिना वैध अनुमति के किया जा रहा यह कृत्य गैर-कानूनी और अनुचित हैं. हालांकि, 19 जून की तारीख वाले इस नोटिस के बावजूद, हनुमान बेनीवाल ने 20 जून की सुबह लोगों को अपने निवास स्थान पर इकट्ठा होने का दोबारा आह्वान किया है।

आज दोपहर 1 बजे सीएम आवास की ओर कूच का ऐलान

बेनीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “दिवंगत डॉ. राकेश बिश्नोई के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए जयपुर सहित आसपास के सभी क्षेत्रों के लोग, युवा साथी 11 बजे तक जयपुर के जालूपुरा स्थित मेरे निवास स्थान पर अधिक से अधिक संख्या में पहुंचें।” इससे पहले उन्होंने आज दोपहर 1 बजे एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी से मुख्यमंत्री आवास की तरफ कूच करने का ऐलान किया था।

डॉ. राकेश बिश्नोई की मौत का मामला: धरने का 7वां दिन

गौरतलब है कि डॉ. राकेश बिश्नोई ने 12 जून को ज़हर खा लिया था, जिसके बाद जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि बिश्नोई को उनका एचओडी (HOD) परेशान कर रहा था, जिससे तंग आकर डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली। अब डॉ. बिश्नोई के परिजन एचओडी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। इस मामले को लेकर आज धरने का सातवां दिन है। हनुमान बेनीवाल का कहना है कि सरकार इस मुद्दे पर संवेदनहीन बनी हुई है, जबकि एक चिकित्सक का शव मोर्चरी में पड़ा है और उनके परिजन न्याय के लिए भूखे-प्यासे आंदोलन कर रहे हैं।