पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर बैन लगने के बाद कांग्रेस सांसद के सुरेश ने मांग की है कि PFI की तरह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर भी बैन लगाया जाए। सुरेश ने कहा कि, संघ भी पूरे देश में हिंदू संप्रदायिकता फैलाने का काम कर रही है, जो PFI की तरह ही है, इसलिए इसे भी बैन करो।
Why only PFI? Ban RSS too, says Congress MP Kodikunnil Suresh
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— ANI Digital (@ani_digital) September 28, 2022
पहले भी कई कांग्रेसी नेता कर चुके है संघ पर बैन की मांग
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह 2018 में झाबुआ में कह चुके है की अभी तक जितने भी हिंदू आतंकी सामने आए हैं, सब RSS से जुड़े रहे हैं। उन्होंने मांग रखी थी कि संघ के खिलाफ जांच की जाए
12 सितंबर को कांग्रेस ने अपने ट्विटर अकाउंट से खाकी की एक निक्कर की तस्वीर शेयर की। इसमें लिखा- देश को नफरत से मुक्त कराने में 145 दिन बाकी हैं। हालांकि, संघ ने भी इसका तुरंत विरोध किया और संगठन के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा था कि इनके बाप-दादा ने संघ का बहुत तिरस्कार किया, लेकिन संघ रुका नहीं।
इधर PFI पर बैन लगने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में सिंह ने लिखा की, बाय बाय PFI। वहीं असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने लिखा, मैं भारत सरकार की ओर से PFI पर प्रतिबंध लगाने के फैसले का स्वागत करता हूं।
BYE BYE PFI pic.twitter.com/aD4kfwCvsu
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) September 28, 2022
संघ पर 3 बार लग चुका है बैन
आजाद भारत में अब तक तीन बार संघ पर प्रतिबन्ध लग चुका है।
- पहली बार – 1948 में गांधी जी की हत्या के बाद, यह प्रतिबंध करीब 2 साल तक रहा।
- दूसरा प्रतिबंध – 1975 में लागू आंतरिक आपातकाल के समय, आपातकाल खत्म होने के बाद बैन हटा लिया गया।
- तीसरी बार – 1992 में बाबरी विध्वंस के वक्त, करीब 6 महीने के लिए लगाया गया था।
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