न्यूज डेस्क। राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के जोरदार हंगामे और नारेबाजी के बीच मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) ने राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस का जवाब दिया। सीएम भजनलाल शर्मा ने विपक्ष को चेतावनी देते हुए कहा- मैं ब्याज सहित कर्ज चुकाता हूं, किसी मुगालते में मत रहना। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस विधायकों से कहा – मैं तुम्हारी मेहरबानी पर नहीं आया। राजस्थान की जनता की मेहरबानी पर आया हूं। तुम्हारी मेहरबानी की आवश्यकता मुझे नहीं है। तुम मुझसे नहीं जीत पाओगे, क्योंकि मेरे साथ राजस्थान की जनता है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के पूरे भाषण के दौरान कांग्रेस विधायकों ने हंगामा किया और नारे लगाते रहे। इस पर मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेताओं से कहा- आपकी आवाज मेरी आवाज को दबाने वाली नहीं है। यह भजनलाल की आवाज नहीं, 8 करोड़ राजस्थान की जनता की आवाज है। सीएम शर्मा का भाषण खत्म होने के बाद विधानसभा की कार्यवाही 19 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी गई।
नेता प्रतिपक्ष को नहीं बोलने देने का कांग्रेस ने षड्यंत्र किया
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कांग्रेस के आरोपों का सिलसिलेवार जवाब दिया। राज्यपाल के अभिभाषण पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के नहीं बोलने पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा- यह कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई है। वंचित वर्ग से आने वाले नेता प्रतिपक्ष को नहीं बोलने देने का कांग्रेस ने षड्यंत्र किया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई दूसरे वर्ग का नेता प्रतिपक्ष होता तो कांग्रेस कभी भी उसको बोलने से वंचित करती क्या? सीएम ने कहा आज एक किसान के बेटे के साथ कांग्रेस ने अन्याय किया है, और उसको बोलते नहीं दिया गया।
डोटासरा पर तंज, बड़ा गमछा घुमा रहे थे, वहां मोरिया किसका बोला?
मुख्यमंत्री ने डोटासरा (Govind Singh Dotasra) के आरोपों पर पलटवार करते हुए सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा- लक्ष्मणगढ़ से आने वाले विधायक आरोप लगा रहे थे कि केंद्र के बजट में राजस्थान का नाम नहीं आया। आपके राज में राजस्थान, जल जीवन मिशन में अंतिम पायदान पर था। इसमें भ्रष्टाचार के साथ काम की गति धीमी थी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने डोटासरा पर तंज कसते हुए कहा- उपचुनाव में यह बड़ा गमछा घुमा रहे थे, वहां मोरिया किसका बोला? एक जिले का नहीं 6 संभाग का चुनाव था और राजस्थान की जनता ने इनको आइना दिखा दिया।