अपराध भीलवाड़ा

भीलवाड़ा में गो-तस्करी के शक में पिकअप फूंकी, पेड़ से बांधकर पीटा; थाने के बाहर प्रदर्शन

भीलवाड़ा। जिले में बीती रात दो जर्सी गाय और एक बछड़ा खरीदकर पिकअप वाहन में लेकर गांव लौट रहे कुछ व्यक्तियों के साथ गांव के लोगों ने जबरन उन्हें रोककर मारपीट कर दी। गाड़ी से गोवंश निकालकर पिकअप को आग लगा दी। यह सारी वारदात पुलिस चौकी से महज एक किमी दूरी पर हुई। सूचना मिलने पर मांडल पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों बंधे हुए व्यक्तियों को छुड़वाया।

पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया और घटना की गंभीरता को देखते हुए आगे की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने इस मामले में शामिल तीन लोगों को हिरासत में लिया है। मामला मांडल थाना क्षेत्र का है।

थाने के बाहर प्रदर्शन

जब पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को हिरासत में लेने की सूचना ग्रामीणों और गौ भक्तों को मिली, तो बड़ी संख्या में वे मांडल थाने के बाहर इकट्ठा हो गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ ‘हाय-हाय’ के नारे लगाते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि पुलिस ने निर्दोष लोगों को हिरासत में लिया है, और जब तक पुलिस उन्हें छोड़ नहीं देती, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। भीड़ ने कुछ देर के लिए थाने के बाहर मांडल कस्बे में जाने वाली सड़क पर जाम लगा दिया, जिसे पुलिस ने हटवा दिया। फिलहाल प्रदर्शन जारी है।

यह है मामला

बीती रात फुलिया खुर्द गांव निवासी राजू लुहार, नाहर मोहम्मद (प्रतापगढ़ निवासी), और गोपाल रैगर (पिकअप चालक) हमीरगढ़ क्षेत्र से दो जर्सी गाय और एक बछड़ा खरीदकर पिकअप वाहन में लेकर गांव लौट रहे थे। इस दौरान गांव के कुछ लोगों ने उनकी पिकअप को जबरन रोक लिया। थाने लेकर जाकर उनके गोवंश खरीदने की पूरी जानकारी ली गई। पुलिस ने पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया।

करीब एक किमी दूर जाने के बाद गुस्साई भीड़ ने फिर से उनकी पिकअप को रोका, ड्राइवर सहित दो अन्य लोगों को बाहर निकालकर पेड़ से बांध दिया और मारपीट की। साथ ही गाड़ी से गोवंश निकालकर पिकअप को आग लगा दी।

पिकअप सवार लोगों ने समझाया भी था

पिकअप में सवार लोगों ने उन्हें समझाने की कोशिश की कि उन्होंने पशुओं को कानूनी तरीके से खरीदा है और कोई अवैध गतिविधि नहीं हो रही। बावजूद इसके भीड़ ने उनकी बात नहीं मानी। स्थिति तनावपूर्ण होने पर वे स्वयं नजदीकी मांडल पुलिस चौकी पहुंचे और मामले की जानकारी दी।

गुस्साई भीड़ ने पिकअप फूंकी

चौकी पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने पूरी स्थिति की जांच की और पशुओं की खरीद की जानकारी लेकर यह स्पष्ट किया कि सभी गतिविधियां वैध हैं। इसके बाद पुलिस ने पिकअप को आगे ले जाने की अनुमति दे दी। चौकी से महज एक किमी दूर ही भीड़ फिर से इकट्ठी हो गई और पिकअप को दोबारा रोक लिया। इसके बाद स्थिति हिंसक हो गई। भीड़ ने वाहन में सवार तीनों लोगों को बाहर निकालकर उनके हाथ-पैर बांध दिए और पिकअप वाहन में आग लगा दी। देखते ही देखते पिकअप पूरी तरह जलकर राख हो गया।