न्यूज डेस्क। भीलवाड़ा से विचलित करने वाली घटना सामने आई है, जहां सिलाई सीखने निकली एक 20 वर्षीय युवती की लाश छह दिन बाद एक अस्पताल की मॉर्च्युरी में मिली। परिजनों ने अपहरण, बलात्कार और जहर देकर हत्या का आरोप लगाया है। परिजनों ने पुलिस पर भी लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इस तरह समझिए पूरे मामला
बताया जा रहा है कि मंगरोप थाना क्षेत्र की रहने वाली युवती 18 जुलाई की सुबह 10 बजे सिलाई सीखने घर से निकलती है। वह सामान्यतः दोपहर 2 बजे तक लौट आती थी, लेकिन उस दिन शाम 7 बजे तक भी घर नहीं पहुंची। ऐसे में परिजनों ने तलाश शुरू की, सिलाई क्लास में पूछने पर पता चला कि वह वहां आई ही नहीं थी। ऐसे में परिवार ने अपने स्तर पर रिश्तेदारों और सहेलियों से पूछताछ जारी रखी।
पुलिस ने दर्ज नहीं की रिपोर्ट
जब रात भर वह नहीं मिली तो 19 जुलाई सुबह 11 बजे युवती के पिता और भाई मंगरोप थाना पहुंचे। परिवारजनों के अनुसार वहां पुलिस ने रिपोर्ट नहीं दर्ज की। परिजनों का आरोप है कि कॉन्स्टेबल बाबूलाल ने यह कहकर एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया कि ड्यूटी ऑफिसर दो दिन के लिए नहीं हैं, और स्टाफ भी कम है। ऐसे में परिवार को वहां से लौटा दिया गया, और वे अगले दो दिन तक स्वयं ही युवती को ढूंढते रहे।
पुलिस ने केरल चलने की बात कही
इसके बाद 21 जुलाई को सुबह 11 बजे परिजन एसपी ऑफिस पहुंचे और एडिशनल एसपी पारस जैन से मिले। एएसपी ने मंगरोप थाने को फोन कर युवती का पता लगाने का निर्देश दिया। इस पर युवती की लोकेशन निकाली गई, जिसे मंगरोप पुलिस ने एसपी ऑफिस में केरल बताया। परिजनों का आरोप है कि दोपहर 2 बजे मंगरोप थाने पहुंचने पर एक पुलिसकर्मी ने उनसे कहा कि लड़की को ढूंढने केरल चलना होगा और अपनी कार लेकर आने को कहा। इसके बाद परिजन घर लौट आए और लड़की की तलाश जारी रखी।
मांडलगढ़ के मकान में मिली लोकेशन
इसके बाद 23 जुलाई को सुबह 10 बजे परिजन फिर से मंगरोप थाने पहुंचे। यहां पुलिस ने उन्हें बताया कि मोबाइल फोन लोकेशन के आधार पर लड़की की तलाश की जा रही है। आरोपों के अनुसार 24 जुलाई को शाम 6 बजे मंगरोप थाने से युवती के भाई को पुलिस का फोन आया। उन्हें बताया गया कि युवती की लोकेशन मंगरोप से 35 किलोमीटर दूर मांडलगढ़ में एक किराए के मकान में आ रही है, जहां उसे कथित तौर पर किडनैप करके रखा गया है।
मॉर्च्युरी में पड़ा था शव
इस पर पुलिस और परिजन मौके पर पहुंचे, जहां पता चला कि युवती की तबीयत खराब थी। एक लड़का और उसके परिचित उसे महात्मा गांधी अस्पताल ले गए हैं। ऐसे में रात 8 बजे पुलिस और परिजन अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने युवती को मृत घोषित कर दिया था, और शव मॉर्च्युरी में रखा था।
परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
युवती के पिता ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी के शरीर पर चोट के निशान थे। उनका कहना था कि पड़ोस के गांव के एक लड़के ने उनकी बेटी का अपहरण किया, उसके साथ बलात्कार किया और फिर जहर देकर उसकी हत्या कर दी।
पिता ने पुलिस पर भी लापरवाही का आरोप लगाया। पुरिजनों का कहना था कि अगर पुलिस ने समय पर मदद की होती तो उनकी बेटी की जान बच सकती थी। उन्होंने आरोपी युवक और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। परिजनों ने भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल की मॉर्च्युरी के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया।
पुलिस कर रही मामले की जांच
पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार शुरुआती तौर पर यह प्रेम प्रसंग का मामला लग रहा था। लेकिन परिजनों ने बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज कराया है। डीएसपी ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।