anuprati coaching yojana : राजस्थान सरकार की ओर से संचालित ‘मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना’ राज्य के उन मेधावी विद्यार्थियों के लिए एक वरदान है, जो आर्थिक तंगी के कारण प्रतियोगी परीक्षाओं की महंगी कोचिंग का खर्च वहन नहीं कर पाते हैं। यह योजना न केवल उन्हें निःशुल्क या रियायती दरों पर गुणवत्तापूर्ण कोचिंग प्रदान करती है, बल्कि दूसरे शहर में जाकर पढ़ाई करने वाले छात्रों को आर्थिक सहायता भी मुहैया करवाती है। इसका मुख्य लक्ष्य समाज के वंचित वर्गों को समान अवसर प्रदान कर उन्हें सिविल सेवा (IAS, IPS, RAS), REET, NEET, JEE, CLAT जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में सफल होने में मदद करना है। आइए, मुख्यमंत्री अनुप्रति योजना के बारे में जानते हैं?
मुख्यमंत्री अनुप्रति योजना क्या है? anuprati coaching yojana
मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना राजस्थान सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसकी शुरुआत 6 जून 2021 को हुई थी। इसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि के प्रतिभाशाली युवाओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए उत्कृष्ट कोचिंग उपलब्ध कराना है। यह योजना उन छात्रों को सशक्त बनाने पर केंद्रित है जो अपनी क्षमता के बावजूद वित्तीय बाधाओं के कारण अपने सपनों को पूरा नहीं कर पाते हैं।
योजना की मुख्य विशेषताएं और पात्रता
यह योजना केवल राजस्थानी नागरिकों के लिए ही है। योजना लाभ लेने के लिए राजस्थान का मूल निवासी होना जरूरी है। इसमें निम्नलिखित श्रेणियों के छात्रों को प्राथमिकता दी जाती है।
अनुसूचित जाति (SC)
अनुसूचित जनजाति (ST)
विशेष पिछड़ा वर्ग (SBC)
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC)
अल्पसंख्यक
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS)
इन श्रेणियों के अलावा, वे विद्यार्थी भी पात्र हैं, जिनके माता-पिता राज्य सरकार के कार्मिक हैं और पे-मैट्रिक्स-11 तक का वेतन प्राप्त कर रहे हैं। योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक के परिवार की वार्षिक आय ₹8 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
अनुप्रति योजना का लाभ कैसे लें?
अनुप्रति कोचिंग योजना का लाभ लेने के लिए आपको विभाग के पोर्टल पर आवेदन करना होगा। साथ ही, इसका लाभ आपको तभी मिलेगा जब आप विभाग की मेरिट लिस्ट में जगह बना पाते हों या फिर अन्य मापदंडों को पूरा करते हो।
मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग कौन सी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मिलती है?
मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना के तहत निम्नलिखित प्रमुख प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग प्रदान की जाती हैं।
सिविल सेवा परीक्षा (UPSC): IAS, IPS, IFS जैसी अखिल भारतीय सेवाओं के लिए।
राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC): RAS जैसी राज्य सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए।
राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET)
पटवारी और कांस्टेबल भर्ती परीक्षा
इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (JEE Main & Advanced)
मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET)
कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT)
अन्य विभिन्न राज्य स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी योजना लाभ मिलता है।
मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना में आर्थिक सहायता और हॉस्टल खर्च
मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना में कोचिंग सुविधा के अलावा, जो अपने गृह नगर से बाहर किसी अन्य शहर में जाकर कोचिंग लेते हैं, उन्हें भी सहायता मिलती है। सरकार की ओर से ऐसे छात्रों को ₹40,000 प्रति वर्ष की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। यह राशि उन्हें हॉस्टल, भोजन और अन्य आकस्मिक खर्चों को वहन करने में सहायता करती है। जिससे वे बिना किसी चिता के अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
मुख्यमंत्री अनुप्रति फ्री कोचिंग योजना में आवेदन कैसे करें? मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना apply online
मुख्यमंत्री अनुप्रति फ्री कोचिंग योजना 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया सरल है। आप ऑनलाइन माध्यम से आसानी से आवेदन कर सकते हैं।
1. सबसे पहले, संबंधित विभाग द्वारा योजना के लिए विज्ञप्ति जारी होने का इंतजार करें।
2. इच्छुक अभ्यर्थी ई-मित्र केंद्र के माध्यम से या अपनी स्वयं की SSO ID से विभागीय पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं।
3. आवेदन के लिए जनाधार कार्ड अनिवार्य है। विभागीय पोर्टल पर जनाधार पोर्टल से केवल सत्यापित डेटा ही प्राप्त किया जाता है, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी और सुरक्षित होती है।
4. निर्धारित पात्रता के अनुसार, ऑनलाइन आवेदन पत्र प्राप्त होने के बाद, अभ्यर्थियों से जाति प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र, 10वीं और 12वीं की अंकतालिका आदि का सत्यापन किया जाता है।
अनुप्रति कोचिंग योजना में सिलेक्शन कैसे होता है?
मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना में विद्यार्थियों का चयन पूरी तरह से मेरिट के आधार पर होता है।
1. योजना में चयन का मुख्य आधार 10वीं या 12वीं में प्राप्त अंकों की मेरिट होती है।
2. CBSE और अन्य बोर्ड से 10वीं या 12वीं की बोर्ड परीक्षा में प्राप्त प्रतिशत को 0.9 के गुणांक से गुणा किया जाएगा। राजस्थान बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (RBSE) के 10वीं/12वीं में प्राप्त प्रतिशत को यथावत रखा जाएगा।
3. आवेदन करते समय, छात्रों को पोर्टल पर उस पाठ्यक्रम/परीक्षा के लिए सूचीबद्ध कोचिंग संस्थानों में से प्राथमिकता क्रम भरना होता है।
4. विभाग की ओर से योजनांतर्गत निर्धारित लक्ष्यों के दायरे में योग्यता सह वरीयता के आधार पर कोचिंग संस्थान का आवंटन किया जाता है।
5. यदि दो या दो से अधिक अभ्यर्थियों के न्यूनतम योग्यता की परीक्षा में समान प्राप्तांक हों, तो अधिक उम्र वाले अभ्यर्थी को वरीयता दी जाती है।
6. इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक जिले से प्रत्येक वर्ग के लिए अलग मेरिट सूची जारी की जाती है, जिससे पारदर्शिता रहती है।
अनुप्रति कोचिंग योजना के तहत कितने पैसे मिलते हैं?
मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना के तह छात्रों को 40,000 से 50,000 रुपये तक की राशि मिलती है, जो राष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संस्थानों जैसे IIT, IIM, AIIMS, NIT, NLU आदि में प्रवेश परीक्षा में सफल होने और प्रवेश लेने के बाद दी जाती है। यह राशि, परियोजना राशि के रूप में दी जाती है।
आज के समय में मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना राजस्थान के युवाओं के लिए एक गेम चेंजर साबित हो रही है। यह न केवल आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को समान अवसर प्रदान करती है, बल्कि उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए आवश्यक संसाधन भी उपलब्ध करवाती है।