Jhunjhunu News : गांव की एक शांत रात… चारों ओर सन्नाटा पसरा था, लोग गहरी नींद में थे। लेकिन रात के तकरीबन 1.30 बजे झुंझुनूं के पिलानी थाना क्षेत्र के भगीना गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। आधी रात को एक घर से चिखने की आवाज आई…बचाओ! मेरे बेटे को मत मारो! और फिर, वह खामोशी छा गई, जो किसी मां के कलेजे को चीर देने वाली थी। 30 वर्षीय दलीप स्वामी, जो कुछ दिन पहले ही दिल्ली और बेंगलुरु की भागदौड़ भरी ज़िंदगी से फुर्सत लेकर अपने घर, गांव लौटा था। अब वह हमेशा के लिए चिरनिद्रा में सो गया। उसे अपने ही दोस्त आशीष शर्मा ने मौत के घाट उतार दिया।
आशीष ने दलीप के सिर और गर्दन पर कई वार किए। पास की चारपाई पर सो रही मां चीखती-चिल्लाती रही लेकिन आरोपी को दया नहीं आई, वह नहीं रुका। मर्डर करने के बाद आरोपी बोला- मैंने दुश्मनी का बदला ले लिया है, अब जो करना हो, कर लेना।
दोस्ती का लिबास, दुश्मनी का नफा
दलीप और आशीष बचपन के दोस्त थे। लोगों ने उन्हें साथ खेलते, हँसते-बोलते देखा था। लेकिन किसी को नहीं पता था कि एक पुराने वाकये की चिंगारी आशीष के दिल में आग की तरह जल रही थी। तीन साल पहले एक रात, दलीप नींद में चलते हुए आशीष के घर पहुंच गया और गलती से उसकी मां की चारपाई पर सो गया। उस घटना को लेकर दोनों में मारपीट हुई थी, लेकिन समाज ने बैठकर दोनों का समझौता करा दिया था लेकिन आशीष के दिल में यह ‘बेइज़्जती’ नासूर बन गई।
इस घटना के बाद दोनों की फिर से दोस्ती हो गई। वे पहले की तरह साथ नजर आते थे। किसी को पता नहीं था कि आशीष ने मन में रंजिश पाल रखी है। मर्डर की रात से पहले दिन में आशीष और दलीप गांव में साथ ही घूम रहे थे। किसी को अंदेशा नहीं था कि आशीष के मन में दलीप को लेकर इतनी नफरत भरी है। तीन साल पहले की घटना के बाद आशीष ने दलीप का विश्वास जीता, दोबारा दोस्ती की और मौका पाकर अब उसकी हत्या कर दी।
मां की आंखों के सामने हुआ कत्ल
जानकारी के अनुसार सुगनी देवी, दलीप की मां, पास ही की चारपाई पर सो रही थीं। एक तेज़ आवाज़ से उनकी नींद टूटी। आंख खुली तो देखा आशीष, उनके बेटे पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर रहा था। वो चीखी, गुहार लगाई लेकिन दोस्त नहीं रुका। उसने सिर और गर्दन पर कई वार किए और फरार हो गया।
गांव में पसरा सन्नाटा, दिलों में डर
सुबह तक गांव में सिर्फ एक ही चर्चा थी क्या दोस्त भी ऐसा कर सकता है? गांव में मातम है, लोग स्तब्ध हैं। दलीप का बड़ा भाई जयपुर में नौकरी करता है, पिता ओकारमल ग़म से टूटा हुआ है, और मां सुगनी देवी अब भी उस मंजर को याद करके कांप जाती हैं।
पुलिस तलाश में, परिवार को इंसाफ की आस
पुलिस का कहना है कि वारदात के बाद से आरोपी फरार है। पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। दलीप का शव पोस्टमार्टम के बाद परिवार को सौंप दिया गया। गांव वाले और परिजन एक ही मांग कर रहे हैं कि हत्यारे को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और उसे कड़ी सजा दी जाए।