बिहार के छपरा जिले में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत के बाद विधानसभा में हंगामा मचा हुआ है। शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा के सत्र में स्पीच दी। नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में शराब पीकर मरने से सरकार मुआवजा नहीं देगी। उन्होंने कहा कि अगर कोई शराब पिएगा और गड़बड़ पिएगा तो वो मरेगा। अगर कोई शराब पीकर मर जाता है, तो उसके प्रति दया नहीं रखनी चाहिए। लोगों को शराब पीने से मना करना चाहिए।
बिहार के जहरीली शराब कांड में छपरा समेत कई जिलों में मरने वालों की संख्या शुक्रवार को 60 तक पहुंच गई हैं। छपरा में जहरीली शराबकांड के चलते एसएचओ रितेश मिश्रा और कांस्टेबल विकेश तिवारी को गुरुवार को ही निलंबित कर दिया गया है। इस बीच, भाजपा सांसद सुशील मोदी ने गुरुवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी टिप्पणी पर माफी मांगने की मांग की है। सुशील मोदी ने कहा कि विधानसभा में नीतीश कुमार के व्यवहार में शालीनता नहीं थी। सीएम को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
सुशील मोदी ने कहा कि पिछले 6 सालों में जहरीली शराब के कारण बिहार में 1 हजार से अधिक लोग मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से नीतीश कुमार ने विधानसभा में व्यवहार किया, वह शालीनता नहीं है, उन्हें माफी मांगनी चाहिए। इसके साथ ही बिहार के विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने गुरुवार को राज्य सरकार पर बिना किसी पोस्टमॉर्टम के शवों को जलाकर छपरा में हुई मौतों की वास्तविक संख्या छिपाने का भी आरोप लगाया है।
आपको बता दें कि अप्रैल 2016 में नीतीश कुमार ने बिहार में शराब की बिक्री और खपत पर पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया हुआ है।