राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने राजस्थान के भीलवाड़ा जिले तीन गांवों का दौरा किया है। दौरे के बाद यह सामने आया कि इन तीन गांवों से कुल 46 लड़कियां गुमशुदा हैं। आयोग ने इन लड़कियों का पता लगाने का निर्देश दिया है। ज्ञात को कि कुछ दिनों पहले जिले में स्टांप पर लड़कियों के बेचने का मामला सामने आया था। इसके बाद आयोग अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने जिले के तीन गांवों का दौरा किया। दौरा करने के बाद उन्होंने मीडिया से कहा की ईटून्दा, धौद और रजवास गांवों के साथ-साथ चार स्कूलों का भी दौरा किया है। इस दौरान आंगनबाड़ी में काम करने वालों, राशन डीलर की दुकान, एएनएम, सरपंच, ग्राम पंचायत सचिव आदि से बात की गई है।
प्रियंक कानूनगो का कहना है कि पता चला है कि 46 लड़कियां ऐसी हैं जो स्कूल में नहीं पढ़ रही हैं। इनमें 18 लड़कियों के बारे में कुछ पता नहीं चला कि वह कहां हैं। जबकि 28 लड़कियों के बारे में बताया गया कि वे रिश्तेदार या किसी और गांव में गई हुई हैं। हमनें लड़कियों के परिजनों को बुलाकर पता लगाने की कोशिश की लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं पाई। ऐसे में इन तीन गांवों में 46 लड़कियां गायब मिली है। उन्होंने कहा कि इन लड़कियों की तस्करी या बेचे जाने की आशंका है।
प्रियंक कानूनगो ने यह भी कहा कि यहाँ एक जाति विशेष के लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। उनके पास जॉब कार्ड है लेकिन उन्हें मनरेगा में पिछले डेढ़ साल से काम नहीं मिला। उन्होंने स्थानीय प्रशासन पर भी लापरवाही का आरोप लगाया। इसके बाद उन्होंने प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक कर इन 46 लड़कियों का पता लगाने के निर्देश दिया है।