दीपों का पर्व दिवाली अभी पूरी तरह बीती भी नहीं थी कि राजस्थान में बिजली बिजली महंगी हो गई है। राज्य सरकार ने वर्ष 2021-22 की तृतीय तिमाही के लिए फ्यूल सरचार्ज की दर 21 पैसे प्रति यूनिट निर्धारित की है। हालांकि, प्रदेश के कृषि उपभोक्ताओं पर फ्यूल सरचार्ज का प्रभाव नहीं पड़ेगा। हालांकि अन्य उपभोक्ताओं को यह राशि चुकानी पड़ेगी। हालाँकि, फ्यूल सरचार्ज बढ़ने की खबर के बाद से ही भाजपा ने कांग्रेस पर हमला शुरू कर दिया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पुनिया ने ट्वीट कर सरकार को घेरा है।
“दीपावली पर आम तौर पर तोहफ़े दिए जाते हैं और राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार फ़्यूल सरचार्ज बढ़ाकर राज्य की जनता को झटके दे रही है। घर का बजट बिगाड़ रही है सरकार तो महिलाओं को चिमटा बेलन लेकर सरकार की शक्ल बिगाड़ देनी चाहिए।”
कृषि के अतिरिक्त अन्य उपभोक्ताओं पर आने वाले इस भार को देखते हुए राहत देने के उद्वेश्य से इस फ्यूल सरचार्ज राशि को दो समान किश्तों में नवम्बर और दिसम्बर, 2022 के बिजली बिलों के माध्यम से वसूल किया जाना प्रस्तावित है। कृषि श्रेणी में लगने वाले फ्यूल सरचार्ज की राशि को राज्य सरकार अनुदान के रूप में वहन करती है।