आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा ने दक्षिणी राजस्थान से निशाना साधने की रणनीति तैयार कर उस पर काम शुरू कर दिया है। भाजपा ने दक्षिणी राजस्थान के कई नेताओं को गुजरात के विधानसभा क्षेत्रों में प्रभारी बनाया हैं जो गुजरात में रह रहे यहाँ के मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में करने की जुगत में लग गए हैं। ये सभी नेता लगातार गुजरात के दौरे कर रहे हैं। वहीँ दूसरा मुद्दा उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन का आमान परिवर्तन का है। इसका काम भी पूरा हो चुका है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करने वाले हैं। जिससे भी यह अनुमान लगाया जा रहा है कि दक्षिणी राजस्थान के गुजरात में रहने वाले निवासी भाजपा के पक्ष में मतदान कर सकते हैं।
गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election 2022) की आहट उदयपुर संभाग में जोर शोर से हो रही है। दरअसल, गुजरात सीमा से लगा होने के कारण गुजरात और स्थानीय लोगों की बहुत ज्यादा आवाजाही है। उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर जिले की सीमाएं गुजरात से लगती हैं। राजसमंद, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़ व भीलवाड़ा जिले के लोग सीधे तौर पर वहां कारोबार व मजदूरी से जुड़े हुए हैं। यही कारण है कि गुजरात में स्थानीय आदिवासी नेताओं को सीमा से सटे आदिवासी बेल्ट में प्रभारी बनाकर जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने उन क्षेत्रों का दौरा करना भी शुरू कर दिया है। गुजरात की हिम्मत नगर व आसपास क्षेत्र में बतौर प्रभारी काम देख रहे भाजपा उदयपुर (Udaipur) जिले के पूर्व जिलाध्यक्ष ताराचंद जैन दो बार गुजरात का दौरा कर चुके हैं। भाजपा चुनाव में इस बार सवा सौ से ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान लगा रही है।
दूसरी तरफ, बहुप्रतिक्षित उदयपुर-अहमदाबाद ब्रॉडगेज रेलवे लाइन पर ट्रेनें शुरू होने को तैयार है। तीन ट्रेन चलाना भी मंजूर हो चुका है। अब सिर्फ उद्घाटन का इंतजार है। इसको आधार बनाकर भाजपा राजस्थान और गुजरात से सटी विधानसभा सीटों पर फायदा उठाने की तैयारी में है।ऐसी संभावना जताई जा रही है कि इस योजना का उदयपुर संभाग की 28 और गुजरात की शामलाजी, हिम्मतनगर से लेकर अहमदाबाद तक की 5 सीटों पर प्रभाव होगा। वहीँ, राजस्थान व गुजरात भाजपा की इच्छा भी है कि नए रूट का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) व केन्द्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव करें। इसके लिए भाजपा के उदयपुर सांसद अर्जुनलाल मीणा, चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी और डूंगरपुर सांसद कनकमल कटारा प्रयास कर रहे हैं।